इंदौर में डेल्टा प्लस संस्करण के पहले मामले सामने आए, दोनों को टीका लगाया गया था।
नमूने एक 35 वर्षीय महिला और एक 42 वर्षीय व्यक्ति से एकत्र किए गए थे और जुलाई में दिल्ली स्थित राष्ट्रीय रोग नियंत्रण केंद्र भेजे गए थे।
इंदौर: इंदौर के मध्य प्रदेश के स्वास्थ्य विभाग के एक अधिकारी ने बुधवार को कहा कि इंदौर से बरामद दो कोविड -19 रोगियों से एकत्र किए गए नमूनों की जीनोम अनुक्रमण से पता चला है कि वे डेल्टा प्लस संस्करण से संक्रमित थे।
नमूने एक 35 वर्षीय महिला और एक 42 वर्षीय व्यक्ति से एकत्र किए गए थे और जुलाई में दिल्ली स्थित राष्ट्रीय रोग नियंत्रण केंद्र भेजे गए थे। जिले में कोविड -19 की रोकथाम के लिए नोडल अधिकारी डॉ अमित मालाकार ने समाचार एजेंसी पीटीआई को बताया।
मालाकार ने यह भी कहा कि ये इंदौर के पहले डेल्टा प्लस मामले थे। उन्होंने कहा कि इंदौर ने पहले डेल्टा संस्करण के मामले देखे थे। उन्होंने आगे कहा कि उन दोनों को टीका लगाया गया है और वे ठीक भी हो गए हैं। इंदौर स्वास्थ्य विभाग ने दोनों के संपर्क में आए 88 व्यक्तियों के नमूने एकत्र किए और उन्हें परीक्षण के लिए भी भेजा है।
इंदौर में अब तक 153,046 कोविद -19 मामले सामने आए हैं, जिनमें से 1,391 मरीजों की संक्रमण से मौत हो चुकी है।