नई दिल्ली। माडल टाउन थाना परिसर के डाग स्क्वाड में तैनात सिपाही यशवंत ने एक सफाईकर्मी के साथ मिलकर अपने ही दोस्त से नौ लाख रुपये की वसूली कर ली, लेकिन और अधिक रुपये मांगने पर मामला सामने आ गया। अशोक विहार थाना पुलिस ने सिपाही व सफाईकर्मी विजय को गिरफ्तार कर लिया। पीड़ित को गिरफ्तारी का भय दिखाकर दोनों ने वारदात को अंजाम दिया। इस बाबत अशोक विहार थाने में भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की धारा में मुकदमा दर्ज किया गया है।
जानकारी के अनुसार सिपाही यशवंत का दोस्त अलीशेर वजीरपुर औद्योगिक क्षेत्र में फैक्ट्री चलाते हैं। ऐसे में सिपाही ने उनसे वसूली की साजिश रची। उसने साजिश में माडल टाउन थाना परिसर की सफाई करने वाले विजय को भी शामिल कर लिया और उसे पुलिस के कामकाज के बारे में बताया। उसने विजय का फर्जी पहचान पत्र भी बनवा दिया। इसके बाद उसे कारोबारी के दफ्तर में भेज दिया, जहां उसने खुद को क्राइम ब्रांच का अधिकारी बताया। उसने पहले कारोबारी को दो थप्पड़ जड़ दिया और फर्जी जीएसटी बिल बनाने का आरोप लगाते हुए गिरफ्तार करने की धमकी दी। ऐसे में पीडि़त कारोबारी डर गए।
इसके बाद विजय ने उनसे 15 लाख रुपये मांगे और मामले को रफादफा करने की बात कही। पीड़ित ने उसे नौ लाख रुपये दे दिए और बाकी छह लाख रुपये देने के लिए समय मांगा लेकिन सिपाही यशवंत ने सरकारी टेलीफोन नंबर से फोन कर अलीशेर को धमकाया। जब पीड़ित के मोबाइल फोन के ट्रू कालर में उक्त नंबर डाग स्क्वाड के रूप में आया तो उन्हें शक हो गया और 20 जुलाई को अशोक विहार थाने में शिकायत दी। इसके बाद पुलिस टीम ने टेक्निकल सर्विलांस के आधार आरोपित सिपाही समेत सफाई कर्मी को गिरफ्तार कर लिया।