भारतीय छात्रों का पहला बैच यूक्रेन से रवाना, रोमानिया से निकाला जाएगा
इन छात्रों को रोमानिया की राजधानी बुखारेस्ट ले जाया जाएगा, जो उक्रेनियन-रोमानियाई सीमा से 500 किलोमीटर की दूरी पर है। सड़क मार्ग से इस दूरी को तय करने में कहीं भी सात से नौ घंटे लगते हैं।
समाचार एजेंसी एएनआई ने बताया कि भारतीय छात्रों का पहला जत्था चेर्नित्सि से यूक्रेन-रोमानिया सीमा के लिए रवाना हो गया है, जहां से उन्हें वापस घर भेजा जाएगा।
विदेश मंत्रालय द्वारा स्थापित शिविर कार्यालय अब युद्ध प्रभावित यूक्रेन के पश्चिमी हिस्से में ल्वीव और चेर्नित्सि कस्बों में काम कर रहे हैं। विदेश मंत्रालय इन कार्यालयों में रूसी भाषी अधिकारियों की प्रतिनियुक्ति कर रहा है।
इन छात्रों को रोमानिया की राजधानी बुखारेस्ट ले जाया जाएगा, जो उक्रेनियन-रोमानियाई सीमा से 500 किलोमीटर की दूरी पर है। सड़क मार्ग से इस दूरी को तय करने में कहीं भी सात से नौ घंटे लगते हैं।
एयर इंडिया करीब दो बजे बुखारेस्ट के लिए दो उड़ानें भेजेगी जिसमें ये छात्र सवार होंगे। रोमानिया उन पारगमन देशों में से एक है जिसका उपयोग भारत सरकार द्वारा यूक्रेन में फंसे भारतीयों को निकालने के लिए किया जा रहा है।
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने रोमानिया, हंगरी और स्लोवाकिया के अपने समकक्षों से बात करने के बाद यह कदम उठाया है। मंत्री ने एक ट्वीट में लिखा, “कठिनाई का समय-दोस्त इसी के लिए होते हैं।”
सरकार ने भारतीय नागरिकों को सलाह दी है कि वे यूक्रेन की सीमा से बाहर निकलने के बाद अपने पासपोर्ट, नकदी, आवश्यक वस्तुएं और दोहरा टीकाकरण प्रमाणपत्र साथ ले जाएं। विदेश मंत्रालय ने निकासी प्रक्रिया की बारीकी से निगरानी के लिए 24×7 नियंत्रण कक्ष स्थापित किया है।