राज्य निर्वाचन अधिकारी द्वारा जारी सूची के अनुसार निर्विरोध चुने जाने वाले कैंडिडेट में सबसे ज्यादा सत्ताधारी दल बीजेपी के कैंडिडेट शामिल हैं. बीजेपी के एक नगर पंचायत अध्यक्ष सहित 48 सदस्य बिना लड़े ही चुनाव जीत गए हैं. दूसरी तरफ समाजवादी पार्टी के केवल दो कैंडिडेट ही निर्विरोध निर्वाचित हुए हैं.
पहले चरण में एक नगर पालिका अध्यक्ष, एक नगर पालिका पंचायत अध्यक्ष समेत 86 पार्षद और सभासद निर्विरोध निर्वाचित हुए हैं. दुसरे चरण में अलीगढ़ से 5 पार्षद और 2 नगर पंचायत निर्विरोध चुने गए. इसी तरह आजमगढ़ से दो नगर पंचायत सदस्य, इटावा में तीन नगर पालिका परिषद सदस्य और एटा में तीन नगर पंचायत सदस्य और सात नगर पालिका परिषद सदस्य निर्विरोध चुने गए. कासगंज में दो नगर पंचायत सदस्य और दो नगर पालिका परिषद चुने गए. गाजियाबाद से एक पार्षद और एक नगर पालिका सदस्य का चुनाव हुआ.
इसके अलावा गौतमबुद्ध नगर में एक नगर पंचायत अध्यक्ष, एक नगर पालिका परिषद सदस्य समेत 16 नगर पंचायत सदस्य निर्विरोध चुने गए हैं. पीलीभीत में एक और फर्रुखाबाद में दो नगर पंचायत सदस्य निर्विरोध निर्वाचित हुए हैं. बदायूं में 5 नगर पालिका परिषद सदस्य, बुलंदशहर में एक नगर पंचायत सदस्य सहित 4 नगर पालिका परिषद सदस्य, बागपत में दो नगर पालिका परिषद सदस्य, बांदा में दो और बाराबंकी में एक नगर पंचायत सदस्य, मेरठ में तीन पार्षद, मीरजापुर और सुलतानपुर में एक-एक नगर पालिका परिषद सदस्य निर्विरोध निर्वाचित हुए हैं। सिद्धार्थनगर, हमीरपुर में एक-एक और हाथरस में दो नगर पंचायत सदस्य निर्विरोध चुने गए हैं हापुड़ में एक नगर पालिका परिषद सदस्य निर्विरोध निर्वाचित हुआ है.