कोवलम:- कोवलोंग ,सर्फ,संगीत और फिटनेस समारोह का आयोजन कल कोवलम में बड़े धूमधाम से किया जाएगा। तीन दिवसीय इस समारोह में 80 सर्फर हिस्सा लेंगे जिसमें भारत समेत श्रीलंका औऱ मालदीव के खिलाड़ी शिरकत करते हुए दिखेंगे । सर्फिंग की इस प्रतियोगिता में देश के कई दिग्गज अपने प्रतिभा का प्रदर्शन करेंगे। आफकी जानकारी के लिए सर्फिंग की इस प्रतियोगिता में नोविस (अंडर-12); ग्राम्स (अंडर-16); जूनियर्स (17-22 वर्ष); सीनियर्स (23-30 वर्ष ); मास्टर्स (31 साल और उससे अधिक); वीमेन (सभी उम्र ); ओपन केटेगरी (विदेशी नागरिक) श्रेणियों में सर्फर्स प्रतिस्पर्धा करेंगें।
कोवलोंग क्लासिक के बारे में बात करें तो ये एक ऐसा महतोस्व है जिसका इंतजार प्रतिभागियों को काफी समय से रहता है। वहीं संगीत समारोह के बारे में बात करें तो शंखा, सप्ता जैसे बैंड दर्शकों का मनोरंजन करेंगे। इस समारोह में फिटनेस के कई वर्कशाप का भी आयोजन होगा। आपकी जानकारी के लिए बता दे कि इस इवेंट मे कई फूड स्टाल और अन्य ऐसे स्टाल जहां खाने-पीने के साथ कई ऐसी चीज देखने को मिलेंगे जो भारत के विभीन्न राज्यों के विभिन्नताओं को दर्शाएंगी।
चेन्नई स्थित टीटी ग्रुप इस समारोह के मुख्य प्रस्तोता हैं जिसे भारतीय सर्फिंग संघ ने मान्यता दी है। वहीं इस समारोह में तमिलनाडु खेल मंत्रालय और प्रधिकरण के साथ जावा येज़्दी मोटरसाइकिल मुख्य स्पोंसर के रूप में दिखेंगे।
श्री अरून वसु, भारतीय सर्फिंग के अध्यक्ष ने इस समारोह को लोकर कहा कि “एसएफआई द्वारा आयोजित ये सबसा बड़ा इवेंट होगा। इस प्रतियोगिता का आयोजन का उद्देय देश भर में सर्फिंग को लेकर जागरूक करना है”।
स्टैंड-अप पैडल राष्ट्रीय प्रतियोगिता में सेकर और गायत्री जुवेकर ने लहराया परचम
कोवलोंग सर्फिंग महोत्सव के चकाचौंध के बीच में स्टैंड अप पैडल प्रतियोगिता का आयोजन किया गया है। जहां शेखर पचाई और गायत्री जुवेकर ने क्रमशः पुरुष और महिला प्रतियोगिता जीतकर अपना परचम लहराते हुए इस प्रतियोगिता में बाजी मार ली है।
वहीं इस प्रतियोगिता को जीतने को लेकर शेखर पचई ने कहा कि “कोवलम के महौल में मेडल जीतना आसान नहीं था। लेकिन मैंने हार नहीं मानी और अपने लक्ष्य पर ध्यान केंद्रीत करते हुए इस प्रतियोगिता में मेडल अपने नाम किया”।
वहीं महिलाओं के प्रतियोगिता में गायत्री जुवेकर ने गोल्ड मेडल जीतने पर कहा कि, “मेरे एक उद्देशय था कि इस प्रतियोगिता में सर्वोच्च देते हुए मेडल अफने नाम करना। जो कि मैं कर पायी । उम्मीद है आने वाले प्रतियोगिता में इस लय को बरकरार रख पाउं”।