लखनऊ. अपने इतिहास और संस्कृति को समझने के साथ-साथ अपनी जानकारी को बढ़ाना है तो पर्यटन जरूर करना चाहिए यह कहना है उत्तर प्रदेश के पर्यटन और संस्कृति विभाग के प्रमुख सचिव मुकेश मेश्राम का। संस्कृति विभाग उत्तर प्रदेश के रेडियो जयघोष के विशेष कार्यक्रम में उन्होंने बताया कि उत्तर प्रदेश को आगे बढ़ाने के लिए पर्यटन विभाग वृहद स्तर पर कार्य कर रहा है। इसके साथ ही रोजगार के अवसर भी सृजित किए जा रहे हैं। संस्कृति संरक्षण का कार्य भी हो रहा है।
मुकेश मेश्राम ने बताया कि आदमी जितना ज्यादा घुमक्कड़ बनेगा, उतना ज्यादा उसका दिमाग भी बेहतर होगा। इससे उसमें सकारात्मकता भी आएगी। इसलिए यायावर रहना बहुत जरूरी है। घुमक्कड़ी से व्यक्ति स्वस्थ रहता है। उन्होंने बताया कि उत्तर प्रदेश सरकार ने पर्यटन नीति 2022 को प्रख्यापित किया है। इस पंचवर्षीय नीति के तहत शीघ्र ही पर्यटन और हॉस्पिटैलिटी इंडस्ट्री से जुड़ी यूनिट्स को बेहतर सुविधाएं प्रदान की जाएंगी। इसके लिए रजिस्ट्रेशन शुरू हो चुके हैं। उत्तर प्रदेश पर्यटन नीति 2018 में जो रजिस्टर्ड थे उनको भी इसमें शामिल किया जा रहा है। अब उन्हें पहले की 15% सब्सिडी के स्थान पर 25% सब्सिडी का लाभ दिया जा रहा है। इस क्रम में महिला उद्यमियों को 30% सब्सिडी दी जा रही है। उन्होंने बताया कि उत्तर प्रदेश में वाटर स्पोर्ट्स से लेकर एडवेंचर टूरिज्म तक की अनंत संभावनाएं हैं।
श्रावस्ती, अलीगढ़, आजमगढ़, आगरा, झांसी, चित्रकूट को भी वायु मार्ग से जोड़ा जा रहा है। अयोध्या तीर्थ परिसर में इस साल के अंत तक एयरपोर्ट शुरू हो जाएगा जबकि कुशीनगर में अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट शुरू हो गया है। बौद्ध पर्यटन से जुड़े लोग पूरी दुनिया से अब वहां बहुत आसानी से पहुंच सकते हैं। प्रदेश के बुद्ध सर्किट में कुशीनगर, सारनाथ, श्रावस्ती, सिद्धार्थनगर, कपिलवस्तु, संकिसा, कौशाम्बी, रामग्राम, देवधर में पर्यटक जा सकते हैं। उन्होंने बताया कि 24 में से 18 जैन तीर्थंकर उत्तर प्रदेश से आते हैं। मथुरा, वाराणसी, गोरखपुर जैसे स्थलों को भी पर्यटक जाना चाहते हैं।
वेलनेस टूरिज्म को भी विकसित किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि युवा टूरिज्म क्लब के माध्यम से अब तक पन्द्रह हजार से अधिक युवाओं को जोड़ा जा चुका है। पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए उस क्षेत्र की संस्कृति को भी प्रोत्साहित किया जा रहा है। संस्कृति के प्रचार-प्रसार के साथ-साथ विलुप्त होती संस्कृति को संरक्षित करने के लिए भी प्रोत्साहन राशि दी जा रही है। उत्तर प्रदेश में इको टूरिज्म बोर्ड गठित है।