टोक्यो ओलंपिक में भारत के लिए एक और ऐतिहासिक विजय
रानी रामपाल की टीम ने क्वार्टर फाइनल में ऑस्ट्रेलिया को 1-0 से हराया।
टोक्यो – टोक्यो ओलंपिक के दसवें दिन भारत को दो बड़ी खुशखबरी मिलीं। पहले तो बैडमिंटन खिलाड़ी पीवी सिंधू ने लगातार दूसरा ओलंपिक पदक जीता। फिर पुरुष हॉकी टीम ने सेमीफाइनल में जगह बनाकर 41 साल बाद पदक की तरफ कदम बढ़ाए, जहां उसका सामना विश्व चैंपियन बेल्जियम से होगा।
टोक्यो ओलंपिक के 11वें दिन (2 अगस्त) भारत की महिला हॉकी टीम ने भी इतिहास रच दिया है। रानी रामपाल की इस टीम ने क्वार्टर फाइनल में ऑस्ट्रेलिया को 1-0 से हरा दिया है। इसी के साथ उसने पहली बार ओलंपिक के सेमीफाइनल में जगह बनाई है। भारत आज एथलेटिक्स में भी इतिहास रच सकता है। कमलप्रीत कौर डिस्कस थ्रो के फाइनल में उतरेंगी। वह पदक जीतने में कामयाब रहीं तो एथलेटिक्स में मेडल लाने वाली पहली भारतीय बन जाएंगी।
टीम इंडिया की कप्तान रानी रामपाल ने जीत के बाद कहा कि मुझे अपनी पूरी टीम पर गर्व है, हमने एक-दूसरे से कहा था कि हम जान लगा देंगे और हमने वही किया, जिसने हमें नतीजा दिया है। रानी ने कहा कि जब हम जीते तो हमें विश्वास ही नहीं हुआ, आज हर कोई हमारे लिए ताली बजा रहा है।
शूटिंग में भारत को एक और निराशा मिली है। संजीव राजपूत और ऐश्वर्य प्रताप सिंह तोमर पुरुषों के 50 मीटर थ्री पॉजिशन के फाइनल में प्रवेश करने में नाकाम रहे हैं। ऐश्वर्य क्वालिफिकेशन राउंड में 21वें और संजीव 32वें स्थान पर रहे।