CDRI के वैज्ञानिक डॉक्टर राजेश झा को मिला अंतर्राष्ट्रीय फैलोशिप फॉर यंग बायोमेडिकल साइंटिस्ट अवार्ड 2023
लखनऊ.सीडीआरआई के वैज्ञानिक डॉक्टर राजेश झा को प्रतिष्ठित अंतर्राष्ट्रीय फैलोशिप फॉर यंग बायोमेडिकल साइंटिस्ट अवार्ड- 2023 सम्मान से नवाजा गया है. संस्थान के लिए यह बेहद गर्व की बात है. यह सम्मान उन्हें पीसीओएस जैसे स्त्री रोगों के निदान में दिए गए बेहद महत्वपूर्ण योगदान के लिए दिया गया है.
डॉ. राजेश कुमार झा का शोध समूह एंडोमेट्रोसिस और पॉलीसिस्टिक ओवेरियन सिंड्रोम (पीसीओएस) जैसे स्त्री रोग संबंधी एंडोक्राइन और मेटाबोलिक विकारों के जैव वैज्ञानिक अध्ययन एवं प्रबंधन पर काम कर रहे है। स्त्री रोग क्लीनिक में आने वाली लगभग दस प्रतिशत निःसंतान महिलाओं में ये विकार नियमित रूप से देखे जाते हैं. इसके अलावा गर्भावस्था के साथ-साथ महिलाओं के दैनिक जीवन को भी प्रभावित करता है. इसे ध्यान में रखते हुए, डॉ. झा का शोध समूह स्त्री रोग संबंधी विकारों के प्रबंधन एवं एक सफल गर्भावस्था हेतु अंडाशय और गर्भाशय में असंतुलित हार्मोन से जुड़े आणविक संकेतों का अध्ययन करकर रहे हैं.
इस क्षेत्र में उनके उत्कृष्ट कार्य हेतु, उन्हें प्रतिष्ठित आईसीएमआर-डीएचआर, नई दिल्ली इंटरनेशनल फेलोशिप फॉर यंग बायोमेडिकल साइंटिस्ट 2022-23 से सम्मानित किया गया है। इसके अंतर्गत वे एक वर्ष तक बायलर कॉलेज ऑफ मेडिसिन, ह्यूस्टन, टेक्सास, यूएसए में क्रिस्पर-कास9 (CRISPR-Cas9) सिस्टम जैसे एडवांस जीनोम एडिटिंग (जिसे जीन एडिटिंग भी कहा जाता है) टूल्स के द्वारा ट्रांसजेनिक दृष्टिकोण का उपयोग करके अंडाशय एवं एंडोमेट्रियम के जीन विशिष्ट कार्यों पर उन्नत शोध कार्य (एडवांस रिसर्च) करेंगे.बायलर कॉलेज ऑफ मेडिसिन में, वह CRISPR-Cas9 प्रणाली का उपयोग करके ओव्यूलेशन एवं गर्भावस्था की घटनाओं के लिए डिम्बग्रंथीय (ओवेरियन) एवं अंतःस्रावीय आणविक संकेतन पर एंडोमेट्रियल ऊतक संबंधी विशिष्ट संशोधित जीन प्रतिक्रिया का अध्ययन करेंगे. डॉक्टर राजेश झा ने 27 मार्च 2023 से 29 मार्च 2024 तक एक साल के लिए बायलर कॉलेज ऑफ मेडिसिन, ह्यूस्टन, टेक्सास, यूएसए में प्रतिनियुक्त किया गया है.