लखनऊ पीएम नरेंद्र मोदी ने जिस तरह सबका साथ और सबका विकास की राह पर चलकर अल्पसंख्यकों को लुभाया है. उसी राह पर इस समय यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ भी चल रहे हैं. यूपी BJP ने अल्पसंख्यकों को लुभाने के लिए 30 से ज्यादा टिकट इस बार निकाय चुनाव में मुस्लिमों को दिया है.
उत्तर प्रदेश में निकाय चुनाव की तैयारी जोरों पर है. योगी सरकार ने निगम पार्षद, नगर पालिका और नगर पंचायत चुनाव में अल्पसंख्यक वर्ग को मैदान में उतारा है. बात करें प्रयागराज नगर निगम के अंतर्गत वॉर्ड-98 दायरशाह अजमल से जैनब बानो, वॉर्ड 99 गुरु तेग बहादुर नगर से सीमा बेगम और वॉर्ड नंबर-100 से अटाला से बिलाल अहमद को मैदान में उतारा है.वाराणसी के वॉर्ड-78 मदनपुरा से हुमा बानो, वॉर्ड-87 सरैया से सरवरी, वॉर्ड-98 जमालउद्दीनपुरा से वकील अहमद अंसारी और वॉर्ड-99 वधु कच्ची बॉस से रेशमा बीबी को पार्षद का टिकट मिला है.
योगी आदित्यनाथ के गृह क्षेत्र से गोरखपुर के बाबा गम्भीरनाथ वॉर्ड से नंबर-5 से हकीबुन निशा प्रत्याशी बनी हैं. राजधानी लखनऊ के वॉर्ड नंबर-102 कल्बे आबिद से कौसर मेहंदी शमसी आजाद और 93 हुसैनाबाद से लुबना अली खान कमल के फूल पर वोट मांग रही हैं. झांसी नगर निगम वॉर्ड नंबर-52 मुकरयाना से रूबीना और आगरा के वॉर्ड 15 ढोलीखार से तस्लीम बानो ने नामांकन किया है. फिरोजाबाद के वॉर्ड-62 से मोहम्मद मुबीम अंसार और मथुरा के वॉर्ड नंबर -42 मनोहरपुरा से साबिर हुसैन मैदान में उतरे हैं.
दरअसल, योगी सरकार में अल्पसंख्यक वर्ग को भी बिना भेदभाव योजनाओं का लाभ मिल रहा है. केंद्र की योजनाएं हों या प्रदेश की. आवास, शौचालय हो या सामूहिक विवाह योजना, योगी सरकार बिना भेदभाव समान रूप से अल्पसंख्यकों को योजनाओं का लाभ मुहैया करा रही है. स्वच्छ भारत मिशन (नगरीय) के अंतर्गत 2.61 करोड़ शौचालयों का निर्माण कराया गया, जिससे 10 करोड़ लोग लाभान्वित हुए. इनमें बहुसंख्यक के साथ अल्पसंख्यक वर्ग को भी लाभ मिला. लगभग 9 लाख व्यक्तिगत शौचालयों व 69,381 सामुदायिक-सार्वजनिक शौचालयों को निर्माण किया गया. इससे भी काफी संख्या में अल्पसंख्यक वर्ग के लोग लाभान्वित हुए.