देवरिया में स्व0 रामचन्द्र विद्यार्थी स्मृति स्थल के विकास एवं संग्रहालय के निर्माण विकास का फैसला लिया गया
जनपद देवरिया में राजकीय आस्थान (पुरानी कचहरी) की भूमि पर शहीद स्व0 रामचन्द्र विद्यार्थी स्मृति स्थल के विकास एवं संग्रहालय के निर्माण के सम्बन्ध में
मंत्रिपरिषद ने जनपद देवरिया में राजकीय आस्थान (पुरानी कचहरी) की भूमि पर शहीद स्व0 रामचन्द्र विद्यार्थी स्मृति स्थल के विकास एवं संग्रहालय के निर्माण हेतु जिलाधिकारी, देवरिया से प्राप्त सूचना के अनुसार जनपद देवरिया के तहसील-देवरिया सदर के ग्राम बाॅस देवरिया में अवस्थित राजकीय आस्थान (पुरानी कचहरी) की भूमि आ0सं0-117 रकबा 0.532 हे0 एवं आ0सं0-119 रकबा 0.849 हे0 भूमि को पर्यटन विभाग के नाम निःशुल्क हस्तांतरित कराये जाने के प्रस्ताव को स्वीकृति प्रदान कर दी है। मंत्रिपरिषद द्वारा प्रकरण में आवश्यकतानुसार अग्रतर निर्णय लिये जाने हेतु मुख्यमंत्री जी को अधिकृत किया गया है।
ज्ञातव्य है कि उत्तर प्रदेश भारत का विविधताओं से युक्त पर्यटन के आकर्षण की दृष्टि से महत्वपूर्ण राज्य है। भारत में घरेलू एवं विदेशी पर्यटकों के आगमन की दृष्टि से उत्तर प्रदेश का क्रमशः प्रथम एवं तृतीय स्थान है। अपनी गौरवशाली ऐतिहासिक, सांस्कृतिक एवं धार्मिक विरासतों तथा समृद्ध प्राकृतिक वन सम्पदाओं के परिप्रेक्ष्य में प्रदेश में पर्यटन की असीम सम्भावनाएं विद्यमान हैं।
देवरिया जिले के नौतन हथियागढ़ गाँव के बाबूलाल प्रजापति के परिवार में एक अप्रैल, 1929 को जन्मे रामचन्द्र सातवीं कक्षा की पढ़ाई के दौरान 14 अगस्त, 1942 को देवरिया के पुराने कलेक्ट्रेट में तिरंगा फहराने के दौरान हुई फायरिंग में घायल हो गये और इलाज के दौरान उनकी मृत्यु हो गयी। काफी समय के बाद रामलीला मैदान में शहीद रामचन्द्र विद्यार्थी का स्मारक बनाया गया। यह स्थल सन् 1955 ई0 में पुरानी जेल एवं कलेक्ट्रेट के रूप में परिवर्तित हुआ।
इस परिसर के विकास से आगन्तुक देशी/विदेशी पर्यटकों में बढ़ोत्तरी होगी एवं रोजगार सृजन व पूँजी निवेश में बढ़ोत्तरी होगी। शहीद स्थलों के समेकित विकास को एक नया आयाम मिलेगा।