नई दिल्ली। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की तीन दिवसीय दुशांबे यात्रा शुरू हो गई है, जिसमें आज वह शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) की एक बैठक में शामिल होंगे। इस दौरान उनके द्वारा क्षेत्र में आतंकवाद तथा अन्य सुरक्षा चुनौतियों से निपटने के लिए ठोस प्रयासों की पैरवी किए जाने की उम्मीद है। आठ देशों के समूह एससीओ के रक्षा मंत्रियों की बैठक में शामिल होने ताजिकिस्तान की राजधानी गए सिंह की यात्रा मंगलवार से शुरू हुई।
राजनाथ सिंह के कार्यालय ने एक ट्वीट में कहा कि एससीओ समूह के सदस्य देशों के रक्षा मंत्रियों की वार्षिक बैठक में शामिल होने के लिए रक्षा मंत्री 27 से 29 जुलाई तक दुशांबे यात्रा पर हैं। साथ ही कहा, वार्षिक बैठक में, एससीओ समूह के सदस्य देशों से संबंधित रक्षा सहयोग के मुद्दों पर चर्चा की जाती है और चर्चा के बाद एक संदेश जारी किए जाने की उम्मीद है।
राजनाथ सिंह आज एससीओ की बैठक को संबोधित करेंगे। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह द्वारा आज यानी बुधवार से दुशांबे में शुरू हो रही शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) की एक बैठक में क्षेत्र में आतंकवाद और अन्य सुरक्षा चुनौतियों से निपटने के लिए ठोस प्रयासों की पैरवी किए जाने की उम्मीद है।
चीन के रक्षा मंत्री वेई फेंगहे के भी एससीओ बैठक में शामिल होने की उम्मीद है। हालांकि, राजनाथ सिंह और फेंगहे के बीच किसी द्विपक्षीय चर्चा संबंधी संभावना की तत्काल कोई जानकारी नहीं है। हालांकि, सूत्रों ने सम्मेलन के इतर राजनाथ सिंह और वेई के बीच बैठक की संभावना से इनकार नहीं किया है।
मंगलवार शाम को पहुंचे रक्षा मंत्री
राजस्थान सिंह ताजिकिस्तान के दुशांबे मंगलवार शाम को आठ देशों के प्रभावशाली संगठन एसीओ के रक्षामंत्रियों की बैठक में शामिल होने के लिए पहुंचे। राजनाथ सिंह के कार्यालय ने एक ट्वीट में कहा कि एससीओ समूह के सदस्य देशों के रक्षा मंत्रियों की वार्षिक बैठक में शामिल होने के लिए रक्षा मंत्री 27 से 29 जुलाई तक दुशांबे यात्रा पर हैं। इसने कहा कि वार्षिक बैठक में, एससीओ समूह के सदस्य देश रक्षा सहयोग के मुद्दों पर चर्चा करते हैं और चर्चा के बाद एक संदेश जारी किए जाने की उम्मीद है।