नई दिल्ली। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की। मुलाकात के बाद सीएम ममता बनर्जी ने कहा कि मैंने प्रधानमंत्री से मुलाकात की, ये सौजन्य भेंट है। हमें और वैक्सीन मिले इसके लिए प्रधानमंत्री से बात की। हमारे राज्य को आबादी के हिसाब से दूसरे राज्यों से बहुत कम वैक्सीन मिली है। बंगाल राज्य का नाम बदलने को लेकर मैंने प्रधानमंत्री से चर्चा की। प्रधानमंत्री ने कहा कि वो इसे देखेंगे। उन्होंने कहा कि मैं चाहती हूं कि पेगासस पर प्रधानमंत्री सर्वदलीय बैठक बुलाएं। सुप्रीम कोर्ट से इसकी जांच होनी चाहिए।
बंगाल फतह करने व पांच मई को लगातार तीसरी बार मुख्यमंत्री की कुर्सी संभालने के ममता बनर्जी का यह पहला दिल्ली दौरा है। उनकी यात्रा संसद के मानसून सत्र के साथ हुई है, जिसमें विपक्षी दल पेगासस स्पाइवेयर के माध्यम से जासूसी के आरोपों, महंगाई और तीन कृषि कानूनों को निरस्त करने सहित कई मुद्दों पर विरोध कर रहे हैं। ममता बनर्जी 2024 के लोकसभा चुनाव में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुवाई वाली भाजपा को केंद्र की सत्ता से उखाड़ फेंकने और विरोधी दलों को एकजुट करने की मंशा से सोमवार शाम को दिल्ली पहुंची हैं।
इससे पहले दिन में मध्य प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ और कांग्रेस नेता आनंद शर्मा ने तृणमूल कांग्रेस प्रमुख से मुलाकात की। आनंद शर्मा ने कहा कि मेरे और ममता बनर्जी के राजनीतिक के साथ व्यक्तिगत संबंध भी हैं। बंगाल चुनाव में बंपर जीत के बाद वो पहली बार दिल्ली आई हैं इसलिए मैं उनके निमंत्रण पर मिलने आया।
26 से 30 जुलाई तक दिल्ली दौरे के दौरान ममता के कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी, एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार समेत विपक्ष के सभी प्रमुख नेताओं से मुलाकात का कार्यक्रम है। बुधवार को सोनिया गांधी से मुलाकात का कार्यक्रम है। ममता संसद भवन भी जाएंगी, जहां मानसून सत्र चल रहा है। जानकारी के मुताबिक 28 जुलाई को उनके संसद भवन जाने का कार्यक्रम है। यहां वह कई नेताओं से मुलाकात करेंगी। ममता 30 जुलाई को कोलकाता लौटेंगी।