यूपी: राजभवन में शनिवार को आजादी के अमृत महोत्सव के अवसर पर आयोजित ‘गैलेन्ट्री आवार्ड’ सम्मान समारोह के दौरान सैनिकों को परमवीर चक्र, महावीर चक्र, वीर चक्र, शौर्य चक्र से राज्यपाल आनंदी बेन पटेल ने सम्मानित किया गया।
इस मौके पर कैप्टन मनोज कुमार पाण्डेय को परमवीर चक्र (मरणोपरांत), कोमोडोर अरविन्द सिंह को महावीर चक्र, नौसेना मेडल, ब्रिगेडियर प्रशांत कुमार घोष, कर्नल विमल किशनदास बैजल, कर्नल रघुनाथ प्रसाद चतुर्वेदी, मेजर विष्णु स्वरूप शर्मा, हवलदार कुंवर सिंह चौधरी (मरणोपरांत) और नायक राजा सिंह (मरणोपरांत) वीर चक्र, मेजर कमल कालिया (मरणोपरांत), लेफ्टिनेंट हरी सिंह बिष्ट (मरणोपरांत) तथा ओनोररी कैप्टन चंचल सिंह आदि को शौर्य चक्र, ब्रिगेडियर नवीन सिंह को वीर चक्र, विशिष्ट सेवा मेडल, कर्नल बलराज शर्मा, लेफ्टिनेंट कर्नल ज्योति लामा तथा ओनोररी कैप्टन गोकुल कुमार प्रधान आदि को शौर्य चक्र से सम्मानित किया।
राज्यपाल ने कहा कि हमारे सैनिकों का जीवन किसी तपस्या से कम नहीं है। हमारे सैनिक जितनी निष्ठा भाव से देश की रक्षा के लिये तत्पर रहते हैं, उतना उन्हें सम्मान मिलना चाहिए। सैनिकों के अद्म्य साहस के कारण ही 1971 में पाकिस्तान पर निर्णायक और ऐतिहासिक विजय से हर्षोल्लास के क्षण आए जो कि एक नए राष्ट्र बांग्लादेश के निर्माण का गवाह है। उन्होंने कहा कि स्वतंत्रता प्राप्ति से लेकर अब तक असंख्य संघर्षों में सैनिकों की बहादुरी और वीरता ने प्रेरित और राष्ट्र की छवि को मजबूत किया है। राज्यपाल जी ने सरकार की ओर से पूर्व सैनिकों के प्रति वचनबद्धता को दोहराते हुए सशस्त्र बलों की सराहना की।
राज्यपाल जी ने कहा कि सरकार भूतपूर्व सैनिकों और उनके आश्रितों के सम्मान और गरिमा को सुनिश्चित करने के लिए कई महत्वपूर्ण कदम उठाकर अपनी जिम्मेदारियों को निभा रहा है। इसके साथ ही वार वेटरंस, वीर नारियों तथा विकलांग सैनिकों को पेंशन, रख-रखाव भत्ता तथा एक मुश्त आर्थिक सहायता सुनिश्चित करने के साथ-साथ शिक्षण-प्रशिक्षण तथा रोजगार में भी आरक्षण की व्यवस्था की गयी है।
इस अवसर पर लेफ्टिनेंट जनरल योगेन्द्र ढिमरी, सेना के वरिष्ठ अधिकारीगण तथा भूतपूर्व सैनिक एवं उनके पारिवारिक सदस्यगण भी उपस्थित थे।