उत्तर रेलवे के महाप्रबंधक ने कार्य निष्पादन समीक्षा बैठक का आयोजन किया
रेलपथों पर संरक्षा पर ध्यान केंद्रित
न्यू दिल्ली :- उत्तर रेलवे के महाप्रबंधक श्री आशुतोष गंगल ने आज वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से उत्तर रेलवे के विभागाध्यक्षों के साथ एक कार्य-निष्पादन समीक्षा बैठक का आयोजन किया। बैठक में रेलपथों पर संरक्षा और ढांचागत कार्यों पर ध्यान केंद्रित करने और अन्य विकासात्मक कार्यों व माल लदान जैसे विषयों पर विचार-विमर्श किया गया।
उन्होंने बताया कि उत्तर रेलवे ने पिछले वर्ष के 17.98 मिलियन टन माल लदान की तुलना में इस वर्ष उसी समान अवधि में 4.01% की वृद्धि दर्ज करते हुए 18.70 मिलियन टन माल लदान का लक्ष्य हासिल किया है(अप्रैल से जुलाई, 2021 तक)। उत्तर रेलवे ने रेलगाड़ियों की समयपालनबद्धता में 96% के बेहतर रिकॉर्ड को बनाए रखा है।
उन्होंने कहा कि संरक्षा हमारे लिए सर्वोपरि है। उन्होंने रेलपथों, वैल्डों के अनुरक्षण मानकों और रेलपथों के निकट पड़े स्क्रैप को हटाने के लिए जोन द्वारा किए गए कार्यों की समीक्षा की। उन्होंने वर्षा के मौसम के दौरान संरक्षा को बढ़ाने के लिए मंडलों को अभियान चलाने और जहां भी आवश्यक है वहां कर्मचारियों को परामर्श देने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि रेल पटरियों की दरारों और रेल वैल्डों की गहन निगरानी की जानी चाहिए और कोई त्रुटि नहीं छूटनी चाहिए।
उन्होंने रेल परिचालन में मानवीय भूलों को न्यूनतम करने पर बल दिया। उन्होंने विभागाध्यक्षों और मंडल रेल प्रबंधकों को रेलगाड़ियों की समयपालनबद्धता में और सुधार करते हुए इसे 96% तक बनाए रखने और संरक्षा को प्राथमिकता देते हुए माल लदान की गति को बनाए रखने के निर्देश दिए।
फ्रेट बिजनेस डेवलपमेंट पर बात करते हुए महाप्रबंधक ने बिजनेस डेवलपमेंट यूनिटों का दायरा बढ़ाने के निर्देश दिए। उन्होंने बिजनेस डेवलपमेंट यूनिटों को रेल उपयोगकर्ताओं के बीच विश्वास और सहयोग का वातावरण बनाने के लिए कहा। उन्होंने यह भी कहा कि रेलवे द्वारा दी जाने वाली रियायतें उसके सभी ग्राहकों तक पहुंचनी चाहिए। उन्होंने बताया कि खाद्यान्न और अन्य मदों के लदान में प्रत्येक माह के साथ वृद्धि बनी हुई है।
उत्तर रेलवे अपने उपयोगकर्ताओं को सुरक्षित, सुगम और बेहतर सेवाएं देने के लिए प्रतिबद्ध है।