महाप्रबंधक ने उत्तर रेलवे की कार्य प्रगति की समीक्षा की
· उत्तर रेलवे ने स्क्रेप की बिक्री से 483 करोड़ रूपये की आय की · 1261 क्रेक रेलगाडि़यां चलाई (05.01.2023 से 11.01.2023 तक) · स्टेशनों पर यात्री सुविधाओं पर ध्यान केन्द्रित · माल लदान और आय में वृद्धि पर बल
नई दिल्ली:- उत्तर रेलवे के महाप्रबंधक, श्री आशुतोष गंगल ने उत्तर रेलवे के विभागाध्यक्षों तथा मंडल रेल प्रबंधकों के साथ आज प्रधान कार्यालय, बड़ौदा हाउस, नई दिल्ली में उत्तर रेलवे की कार्य प्रगति की समीक्षा की । बैठक में अन्य विषयों के साथ-साथ प्लेटफॉर्मों का विस्तार, प्लेटफॉर्मों की सतह का ऊँचा करने, वाशेबल एप्रन, दूसरे प्रवेश द्वार का प्रावधान, फुट-ओवर-ब्रिजो, एस्केलेटरों, लिफ्टों, पंखों, पेयजल, लाइटिंग, यात्री उदघोषणा प्रणाली, दिव्यांगजनों के लिए शौचालय, मुख्य द्वार सहित स्टेशन भवन का सुधार जैसी यात्री सुविधाऍं स्टेशनों पर उपलब्ध कराने जैसे विषयों पर चर्चा की गयी । उन्होंने गतिशीलता वृद्धि तथा अन्य विकासात्मक ढॉंचागत कार्यों तथा माल लदान की प्रगति की भी समीक्षा की ।
उन्होंने बताया कि उत्तर रेलवे ने स्क्रेप की बिक्री से 483 करोड़ रूपये की आय की । उन्होंने रेलगाडि़यों की समयपालनबद्धता के बेहतर रिकॉर्ड के बनाए रखने और गतिशीलता वृद्धि से जुडे कार्यों की प्रगति जॉंचने के लिए चलाए गए अभियानों में तेजी लाने के निर्देश दिए । उन्होंने जोन पर रेलपथों, वैल्डों के अनुरक्षण मानकों को बेहतर बनाने और रेल पथों के निकट पडे स्क्रैप को हटाने के कार्य की समीक्षा भी की । उन्होंने आगे बताया कि दिनांक 05.01.2023 से 11.01.2023 की अवधि के बीच उत्तर रेलवे ने 1261 क्रेक रेलगाडि़यों का परिचालन किया ।
श्री गंगल ने रेल परिचालन में मानवीय असफलताओं को कम करने तथा रेल दरारों और रेल वैल्डों की गहन निगरानी करने पर बल दिया । उन्होंने कहा कि इन कामों में कोई त्रुटि नहीं होनी चाहिए । महाप्रबंधक ने रेलपथों के किनारों पर उग आई वनस्पतियों को हटाने और पेड़ों की छँटाई करने के कार्यों का जायज़ा लिया । उन्होंने जोन पर रेलगाडि़यों की गति सीमा बढ़ाने पर भी बल दिया ।
फ्रेट बिजनेस डेवलपमेंट पर बोलते हुए महाप्रबंधक ने कहा कि बिजनेस डेवलपमेंट यूनिटों के साथ परस्पर सम्पर्क बनाए रखना चाहिए । उन्होंने निर्देश दिए कि बीडीयू को ग्राहकों के बीच भरोसे, सहयोग और आत्मविश्वास का माहौल बनाए रखना चाहिए । उन्होंने रेलवे द्वारा जा रही रियायतों और उपायों को ग्राहकों तक पहुँचाने के भी निर्देश दिए । उन्होंने यह भी बताया कि हर गुजरते माह के साथ खाद्यान्न और अन्य मदों के लदान में वृद्धि हुई है ।