हल्द्वानी : उत्तराखंड में एक किसान के साथ तीन करोड़ की ठगी करने का मामला सामने आया है। पीडि़त जब मामले की शिकायत करने हल्द्वानी कोतवाली में पहुंचा तो ठगी की राशि सुनकर पुलिसकर्मियों के होश उड़ गए। ठगी की राशि काफी बड़ी होने के कारण मामले की सूचना उच्चाधिकारियों को दे दी गई है। वहीं मामले की जांच एसटीएफ को सौंप दी गई है। उत्तराखंड में संभवत: यह इस तरह की ठगी का एक व्यक्ति के साथ सबसे बड़ा मामला है। ठगों के झांसे में आकर पीडि़त ने अपने खेत तक बेच दिए हैं। कोतवाल ने बताया कि ठगी की रकम काफी अधिक है। मामले की जांच एसटीएफ को सौंपी गई है।
हल्द्वानी जेल रोड निवासी किसान ने कोतवाली पुलिस को तहरीर दी है। उसने कोतवाली प्रभारी मनोज रतूड़ी से मिलकर ठगी के रुपए वापस कराने की गुहार लगाई है। किसान ने बताया कि करीब दो साल पहले उसके पास एटीएम बंद होने की चेतावनी के साथ फोन कॉल आई थी। फोन करने वाले ने खुद को बैंक मैनेजर बताते हुए कहा कि उसका एटीएम ब्लॉक हो रहा है, जारी रखने के लिए कार्ड नंबर और अन्य गोपनीय जानकारी देनी होगी। एटीएम ब्लॉक होने से बचने के लिए उसने सारी बैंक संबंधी गोपनीय जानकारी फ्रॉड बैंक मैनेजर को दे दी। डिटेल देते ही उसके खाते से करीब दो लाख रुपये कट गए।
रातों-रात अमीर बनने की चाह में लुट गया किसान
कुछ दिनों बाद ठगों ने किसान को बीमा अधिकारी बनकर कॉल कर उसे झांसे में लिया। बीमा के बड़े-बड़े फायदे बताकर उससे करोड़ों रुपए की ठगी कर ली। बीमा की राशि समय-समय पर जमा करवाते रहे और कागज मांगने पर डॉक्यूमेंट तैयार होने का झांसा देते रहे। किसान ठगों के चंगुल में फंसता चला गया और अपने घर वालों को भी इस बारे में कोई जानकारी नहीं दी। उसे लगा कि वह रातों-रात अमीर हो जाएगा। ठगों ने उससे कहा कि वह इस बात को किसी से साझा न करे वरना उसे नुकसान हो सकता है। ठगों ने उसके लॉटरी निकलने की भी सूचना दी। जिसके लिए उससे रजिस्ट्रेशन व प्रक्रिया शुल्क आदि के नाम पर पैसे की मांग की गई।
ठगों को रुपए देने के लिए बेच दी दस बीघा जमीन
किसान समय-समय पर ठगों के खाते में उनकी मांग के अनुसार रुपए डालता रहा। ठगों को रकम देने के लिए उसने अपनी करीब 10 बीघा जमीन भी बेच दी। बीते दिनों उसने चार लाख की रकम फिर से ठगों को भेज दिया। किसान का कहना है कि अब ठगों ने उसका फोन उठाना बंद कर दिया है। तब जाकर उसे अपने साथ ठगी का अहसास हुआ। कोतवाली प्रभारी मनोज रतूड़ी ने किसान की तहरीर लेकर जांच करने का निर्देश दिया है। ठगी की रकम बड़ी होने के कारण मामले से उच्च अधिकारियों को भी अवगत कराया है। जिसमें अब मामले की जांच एसटीएफ रुद्रपुर को सौंपी गई है।