वित्तीय वर्ष 2021-22 में उत्तर रेलवे की प्रमुख उपलब्धियां

वित्तीय वर्ष 2021-22 में उत्तर रेलवे द्वारा 67.87 एम टी लदान किया गया जो कि वित्तीय वर्ष 2020-21 में 59.08 एम टी से 15.5 % अधिक है वित्तीय वर्ष 2021-22 में लगभग 9650 करोड़ रुपये की सर्वाधिक आय हिस्सेदारी अर्जित की गई जो कि वित्तीय वर्ष 2020-21 के 6594.59 करोड रुपये से 46.34% अधिक है

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नई दिल्ली :- भारतीय रेलवे का सबसे बड़ा जोन उत्तर रेलवे राष्ट्र की सेवा में सदैव अग्रणी रहा है। वित्तीय वर्ष 2021-22 में समयकित प्रयासों के चलते उत्तर रेलवे द्वारा अनेक महत्वपूर्ण उपलब्धियां हासिल की गई। कोरोना महामारी के निराशाजनक दौर के बाद, वर्ष 2021 में जम्मू एवं कश्मीर में दुनिया के सबसे ऊँचे रेल पुल, चिनाब पुल के आर्क का कार्य पूरा करने जैसी सकारात्मक उपलब्धि के साथ शुरू हुआ। 15 वर्षों के पश्चात् उत्तर रेलवे ने भारत के माननीय राष्ट्रपति के लिए 2 रेलयात्राओं की मेजबानी की।

वित्तीय वर्ष 2021-22 के दौरान उत्तर रेलवे ने मालभाड़ा लदान, विद्युतीकरण, एनटीकेएम, आय हिस्सेदारी, इंजन के उपयोग, पीस मील लदान जैसी विभिन्न श्रेणियों में अनके महत्वपूर्ण उपलब्धियां हासिल करने के साथ-साथ संरक्षा सुनिश्चित करने के लिए तकनीक के एकीकरण का कार्य भी किया है।

वित्तीय वर्ष 2021-22 में उत्तर रेलवे द्वारा हासिल की गई प्रमुख उपलब्धियां निम्नानुसार हैः-

● वित्तीय वर्ष 2021-22 में उत्तर रेलवे द्वारा 67.87 एम टी लदान किया जो कि वित्तीय वर्ष 2020-21 के 59.08 एम टी की तुलना में 15.5% अधिक है। वित्तीय वर्ष 2021-22 में उत्तर रेलवे ने 35 मीट्रिक टन खाद्यान्न का लदान किया जिसमें से 32.2 मीट्रिक टन खाद्यान्न माननीय प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना को सहयोग देने के लिये देश के उत्तरी राज्यों के खाद्य भंडार से ले जाया गया।

● भारतीय रेलवे के नेटवर्क पर पहली वातानुकूतलित पार्सल एक्सप्रेस रेलगाड़ी उत्तर रेलवे द्वारा चलाई गई। इस प्रकार की रेलगाड़ियों के 3 फेरे लगाये गये।

● उत्तर रेलवे द्वारा केवल इकोनोमी श्रेणी के डिब्बों वाली पहली गति शक्ति स्पेशल रेलगाड़ी चलाई गई। छठ पूजा/दीपावली/होली पर्वों के दौरान ऐसे 23 फेरे लगाये गये।

● वित्तीय वर्ष 2021-22 में लगभग 6232 (मिलियन में) सर्वाधिक एनटीकेएम किये गये जो कि वित्तीय वर्ष 2020-21 के 4240 (मिलियन में) एनटीकेएम से 38% अधिक है।

● वित्तीय वर्ष 2021-22 में सर्वाधिक आय हिस्सेदारी लगभग 9650 करोड़ रुपये हासिल की गई जो कि वित्तीय वर्ष 2020-21 के 6594.59 करोड़ रुपये से 46.34% अधिक है।

● इंजन उपयोगिता में, वित्तीय वर्ष 2021-22 में डीजल उपयोगिता 385.46 थी जो कि वित्तीय वर्ष 2020-21 के 361.60 की तुलना में 06.60% अधिक है। वित्तीय वर्ष 2021-22 में विद्युत उपयोगिता 446.89% थी जो कि वित्तीय वर्ष 2020-21 के 361.60 की तुलना में 51.73% अधिक है।

● बीडीयू प्रयासों के अंतर्गत 7344 वैगनों में 0.47 टन पीस मील का लदान करके 46.35 करोड़ रुपये (अब तक का सर्वाधिक) अर्जित किये गये।

● वित्तीय वर्ष 2021-22 में सर्वाधिक 2203 लौंग हॉल रेलगाड़ियां चलाई गईं जो कि वित्तीय वर्ष 2020-21 के 2079 से 5.96% अधिक है। वित्तीय वर्ष 2021-22 में 36450 क्रैक रेलगाड़ियां चलाई गई जो कि वित्तीय वर्ष 2020-21 के 21096 से 52.47% अधिक है।

● उत्तर रेलवे पर कुल 7062 रूट किलोमीटर में से 78% विद्युतीकृत है जबकि उत्तर रेलवे के दिल्ली मंडल ने शत प्रतिशत विद्युतीकरण हासिल कर लिया है।

● उत्तर रेलवे ने मेल और एक्सप्रेस रेलगाड़ियां की समयपालनबद्धता क्रमशः 86.22% और 87.32% हासिल की है जो कि लक्ष्य से अधिक है।

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