सम्भावित बाढ़ की स्थिती से निपटने के लिए नागरिक सुरक्षा संस्थान में किया गया मॉक ड्रिल का आयोजन

डीएम ने बताया कि इस मॉक एक्सरसाइज में आईआरएस प्रणाली को एक स्वरूप प्रदान किया गया। आपदा प्रबन्धन के अन्तर्गत इंसीडेंट रिस्पॉन्श सिस्टम-आईआरएस एक महत्वपूर्ण अवधारणा है जिसे प्रदेश सरकार द्वारा वर्ष 2019 में अधिसूचित किया गया है।

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ज़िलाधिकारी सूर्य पाल गंगवार द्वारा बताया गया कि यह अति आवश्यक है कि बाढ़ के प्रतिकूल प्रभावों से निपटने के लिए जनपद स्तर पर पूर्वाभ्यास एवं क्षमता का निर्माण करने के उद्देश्य से नियमित रूप से कार्यक्रम आयोजित किए जाएं। इसी के अनुरूप ही, राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के तत्वावधान में ज़िला स्तरीय मॉक एक्सरसाइज का आयोजन दिनांक 07 जुलाई, 2022 को नागरिक सुरक्षा संस्थान छठा मिल सीतापुरी रोड लखनऊ में स्टेजिंग एरिया एवं राहत शिविर बना कर सफलतापूर्वक सम्पन्न हुआ।

उन्होंने बताया कि इस मॉक एक्सरसाइज में आईआरएस प्रणाली को एक स्वरूप प्रदान किया गया। आपदा प्रबन्धन के अन्तर्गत इंसीडेंट रिस्पॉन्श सिस्टम-आईआरएस एक महत्वपूर्ण अवधारणा है जिसे प्रदेश सरकार द्वारा वर्ष 2019 में अधिसूचित किया गया है। आईआरएस के अन्तर्गत प्रभावी आपदा प्रबन्धन हेतु सम्बंधित अधिकारियों/कार्मिकों को प्रशिक्षण प्रदान कर उन्हें उनके कार्यों के प्रति उत्तरदायी बनाया गया है। इंसीडेंट रिस्पॉन्श सिस्टम एक ऐसा लोचशील तंत्र है जिसके द्वारा आपदा प्रबन्धन में सम्मिलित सभी विभागों/संस्थाओं/एजेंसियों को इस प्रकार प्रशिक्षित किया गया है कि जिससे आपदा के दौरान जहां भी उनकी आवश्यकता हो उन्हें सक्रिय कर त्वरित प्रतिक्रिया दी जा सकती है।

मॉक एक्सरसाइज-2022 के अन्तर्गत आगामी संभावित बाढ़ आपदा की तैयारियों हेतु जनपद स्तर पर निम्न महत्वपूर्ण गतिविधियों का पूर्वाभ्यास किया गयाः-

  1.  आपदा पूर्व चेतावनी के आधार पर आवादी को बाढ़ग्रस्त क्षेत्रों से निकालकर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाना।बाढ़ से घिरे गांवों व लोगों को निकालकर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाना।
  2. बाढ़ग्रस्त क्षेत्रों में आपातकालीन राहत सामग्री पहुंचाना। घायलों व मृतकों को निकालना। 
  3. गोताखोरों व अन्य बलों की सहायता से लोगों को बाढ़ग्रस्त क्षेत्रों से निकालना तथा बांधों/बैराजों से छोड़े जाने वाले पानी व जल स्तर की सूचना की निरंतर निगरानी।

इस पूर्वाभ्यास में राष्ट्रीय आपदा मोचक बल (एनडीआरएफ), राज्य आपदा मोचक बल (एसडीआरएफ), पीएसी, एसएसबी, एन0सी0सी0, एन0एस0एस0, अग्निशमन, नागरिक सुरक्षा, पशुपालन विभाग, ज़िला आपूर्ति कार्यालय व अन्य एन0जी0ओ0 ने भी बढ़-चढ़ कर हिस्सा लिया और जनता के विश्वास को और बल प्रदान किया। साथ ही आपदा मित्र परियोजना के अन्तर्गत प्रदेश के 10 जनपदों से प्रशिक्षण लेेने वाले आपदा मित्रो द्वारा भी मॉक ड्रिल में प्रतिभाग किया गया। ज़िलाधिकारी द्वारा बाढ़ प्रभावित लोगों के लिए किए जाने वाली समस्त व्यवस्थाओं का जायज़ा लिया गया। मॉक ड्रिल में बाढ़ प्रभावित ग्राम आकड़ीया कला व सुल्तानपुर के बाढ़ प्रभावित व्यक्तियों को एन0डी0आर0एफ0, एस0डी0आर0एफ, पी0ए0सी0 व अन्य टीमो के द्वारा नागरिक सुरक्षा संस्थान में बनाए गए अस्थाई राहत शिविर में पहुँचाया गया।

उक्त कार्यक्रम में अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व, उप जिलाधिकारी बीकेटी, राष्ट्रीय आपदा मोचक बल (एनडीआरएफ), राज्य आपदा मोचक बल (एसडीआरएफ), पीएसी, एसएसबी, एन0एस0एस0, अग्निशमन विभाग, कृषि विभाग, आपदा विशेषज्ञ लखनऊ, एन0सी0सी0, नागरिक सुरक्षा, पशुपालन विभाग, ज़िला आपूर्ति कार्यालय व विभिन्न एन0जि0ओ0 द्वारा प्रतिभाग किया गया।

 

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