फिलिस्तीन में भारत के प्रतिनिधि मुकुल आर्य दूतावास के अंदर मृत मिले
फिलिस्तीनी विदेश मंत्रालय ने कहा कि उसे राजदूत आर्य की मौत की खबर "बहुत आश्चर्य और सदमे" के साथ मिली। 2008 बैच के भारतीय विदेश सेवा के अधिकारी आर्य की मृत्यु कैसे हुई, इसका तत्काल पता नहीं चल पाया है।
फिलिस्तीनी शहर रामल्लाह में भारत के प्रतिनिधि मुकुल आर्य रविवार को कार्यालय परिसर में मृत पाए गए। इस खबर को सबसे पहले विदेश मंत्री एस जयशंकर ने साझा किया, जिन्होंने भारतीय राजनयिक के आकस्मिक निधन पर दुख व्यक्त किया। उनकी मृत्यु का कारण अज्ञात बना हुआ है। जयशंकर ने ट्वीट किया, “रामल्लाह में भारत के प्रतिनिधि श्री मुकुल आर्य के निधन के बारे में जानकर गहरा सदमा लगा।”
फिलिस्तीनी विदेश मंत्रालय ने कहा कि उसे राजदूत आर्य की मौत की खबर “बहुत आश्चर्य और सदमे” के साथ मिली। “जैसे ही यह दर्दनाक खबर आई, राष्ट्रपति महमूद अब्बास और प्रधान मंत्री मुहम्मद शतयेह की ओर से स्वास्थ्य और फोरेंसिक मेडिसिन मंत्रालय के अलावा सभी सुरक्षा, पुलिस और सार्वजनिक अधिकारियों को तत्काल निर्देश जारी किए गए कि वे तुरंत उस स्थान पर चले जाएं जहां मौत के मामले की बारीकी से निगरानी करने के लिए भारतीय राजदूत के आवास पर।”
बयान में कहा गया है, ‘इस तरह की कठिन और आपातकालीन परिस्थितियों में सभी पक्ष वह करने के लिए पूरी तरह से तैयार हैं जो उनके लिए आवश्यक है।
बयान में कहा गया, “विदेश मंत्रालय और प्रवासी राजदूत आर्य के निधन पर गहरा दुख, नुकसान और पीड़ा व्यक्त करता है।”