प्रयागराज.उत्तर प्रदेश का प्रयागराज इन दिनों सुर्ख़ियों में है. यहां अतीक अहमद मर्डर केस से माहौल गरमाया हुआ है. वही अब रिटायर जजों की याचिका पर प्रदेश शासन के सचिव वित्त एमए रिजवी और विशेष सचिव वित्त सरयू प्रसाद मिश्र को अवमानना के आरोप में न्यायिक अभिरक्षा में रखा गया है . वहीं मुख्य सचिव और अपर मुख्य सचिव वित्त को वारंट जारी किया गया है.
बता दें कि इलाहाबाद हाईकोर्ट ने सुप्रीम कोर्ट और हाईकोर्ट के रिटायर्ड जजों को मिल रही सुविधाओं पर पुनर्विचार कर आंध्र प्रदेश के जजों की तर्ज पर सुविधाएं देने की बात कही थी. इस विषय में रिटायर्ड जजों ने याचिका भी दायर की थी. मगर इस याचिका को लेकर प्रदेश शासन के सचिव वित्त एमए रिजवी और विशेष सचिव वित्त सरयू प्रसाद मिश्र पर लापरवाही के आरोप लगे. इसी आरोप को देखते हुए उन्हें अभिरक्षा में ले लिया गया. इसके साथ ही मुख्य सचिव और अपर मुख्य सचिव वित्त डॉक्टर प्रशांत त्रिवेदी के खिलाफ वारंट जारी किया गया है. ये अधिकारी कई आदेशों के बावजूद बहाने बनाकर इस मामले की सुनवाई लगातार टालते जा रहे थे. इतना ही नहीं कोर्ट में मांगी जा रही जानकारी देने में लापरवाही बरत रहे थे.
आज होगी कोर्ट में पेशी
हिरासत में लिए गए दोनों सचिवों को अभिरक्षा में रखा गया है. दोनों सचिवों को अब जमानत पर छोड़ने का आग्रह किया गया है. कोर्ट ने इस मामले पर नियत तिथि पर ही विचार करने को कहा है. बता दें कि कोर्ट ने इन दोनों अधिकारियों को अवमानना का आरोप तय करने के लिए 20 अप्रैल 11 बजे न्यायालय में पेश करने का निर्देश दिया है.