उत्तर रेलवे ने यूएसबीआरएल परियोजना पर एक बड़ी उपलब्धि हासिल की
*कटड़ा-बनिहाल सेक्शन पर अंजी खड्ड केबल स्टेड पुल के निर्माण के अंतर्गत 196.25 मीटर लंबे डैक स्लैब कास्टिंग के पहले चरण का कार्य पूरा किया
नई दिल्ली:- ऊधमपुर-श्रीनगर-बारामूला रेल लिंक परियोजना के कटड़ा-बनिहाल सेक्शन पर केबल स्टेड अंजी पुल के निर्माण के दौरान, 27 मार्च, 2022 को उस समय एक बड़ी उपलब्धि हासिल की गयी जब 196.25 मीटर लंबे डेक स्लेब कास्टिंग के पहले चरण का कार्य पूरा किया गया । उत्तर रेलवे के महाप्रबंधक, श्री आशुतोष गंगल ने बताया कि 272 किलोमीटर लंबी ऊधमपुर-श्रीनगर-बारामूला रेल लिक परियोजना जोकि ब्रॉडगेज लाइन से जम्मू को कश्मीर से जोडेगी, के शेष बचे 111 किलोमीटर के हिस्से पर कार्य तेज गति से चल रहा है ।
इस सेक्शन पर अनेक महत्वपूर्ण निर्माण हो रहे हैं । इन्हीं में से एक भारतीय रेलवे के पहले केबल स्टेड अंजी पुल का निर्माण भी शामिल है । इसका निर्माण अंजी खड्ड नाम की एक गहरी खाई के ऊपर किया जा रहा है । चिनाब पुल के दक्षिण-पूर्व में सुरंग टी-2 और टी-3 के बीच स्थित यह पुल मन्दिरों के नगर कटड़ा को रेल द्वारा जिला मुख्यायल रियासी से जोड़ेगा । एक केन्द्रीय तोरण की धुरी पर टिका अंजी खड्ड पुल एक असममित (एसिमेट्रिकल) केबल स्टेड पुल है ।
नींव के ऊपर से तोरण (पायलन) की ऊँचाई 193 मीटर है । पुल नदी तल से 331 मीटर की ऊँचाई पर स्थित है। पुल की कुल लंबाई 726 मीटर है जबकि मुख्य पुल की लंबाई 473.25 मीटर है । इस पुल को 96 केबलों का सहयोग प्राप्त होगा जिनकी लंबाई 82 मीटर से 295 मीटर तक होगी ।
तोरण का निर्माण कार्य पूरा हो चुका है और डेक का निर्माण कार्य चल रहा है । इस डेक में 15 मीटर चौड़े कम्पोजि़ट स्टील गर्डर हैं जिनकी गहराई 10 मीटर है । पहले चरण में 370 मीट्रिक टन के प्रबलित (रिइन्फोर्स्ड) स्टील और 900 क्यूसिक मीटर कंक्रीट के निरंतर ढलाव वाला 196.25 मीटर लंबे डेक की कास्टिंग का कार्य शामिल है । यह एक कठिन कार्य था क्योंकि अगले चरणों में सेगमेंट डेक बिछाने और उन्हें केबल का सहयोग देने का कार्य किया जाएगा ।