उत्तर रेलवे के महाप्रबंधक ने कार्य प्रगति की समीक्षा की
• रेलवे स्टेशनों पर यात्री सुविधाओं में वृद्धि पर बल • बेहतर क्रू प्रबन्धन पर बल • 991 क्रैक रेलगाडि़यां चलाई गईं (22.09.2022 से 28.09.2022 तक) • समयपालनबद्धता में सुधार पर बल
नई दिल्ली:- उत्तर रेलवे के महाप्रबंधक श्री आशुतोष गंगल ने विभागाध्यक्षों एवं मंडल रेल प्रबंधकों के साथ उत्तर रेलवे की कार्य प्रगति की समीक्षा की । बैठक में स्टेशनों पर यात्री सुविधाएं उपलब्ध कराने जिनमें प्लेटफार्मों का विस्तार, वाशेबल एप्रनों, प्लेटफार्मों का लेवल उठाने, दूसरे प्रवेश द्वार का प्रावधान, फुट-ओवर-ब्रिज, एस्केलेटर, लिफ्ट और दिव्यांगजनों के लिए सुविधा, स्टेशनों के मुख्य दवार सहित स्टेशन इमारतों में सुधार इत्यादि उपलब्ध कराने पर बल दिया । उन्होंने गतिशीलता में वृद्धि और अन्य विकासात्मक ढांचागत कार्यों व माल लदान के कार्यों की समीक्षा की ।
श्री गंगल ने बताया कि मालभाड़ा परिवहन में रॉलिंग स्टॉक के बेहतर उपयोग के लिए उत्तर रेलवे ने दिनांक 22.09.2022 से 28.09.2022 के बीच 991 क्रेक रेलगाडि़यों का परिचालन किया । उन्होंने कहा कि इस तरह की और अधिक रेलगाडि़यां चलाई जायेंगी । उन्होंने मानव-शक्ति और क्रू के बेहतर प्रबंधन की आवश्यकता पर बल दिया ।
उन्होंने बताया कि मालभाड़ा संचलन में चल स्टॉक की उपलब्धता के लिए उत्तर रेलवे ने 28.07.2022 से 03.08.2022 तक 1078 क्रैक रेलगाडियां चलाईं । उन्होंने बेहतर क्रू-प्रबंधन और मानव शक्ति के उपयोग पर बल दिया ।
उन्होंने रेलपथों, रेलगाडि़यों और परिसरों में विद्युत संरक्षा पर ध्यान केंद्रित करने पर बल दिया । रेलगाडि़यों की गति सीमा बढ़ाना हमारी प्राथमिकता है और इससे जुड़े कार्यों में तेजी लाई जानी चाहिए ताकि वे समय पर पूरा हो सकें। महाप्रबंधक ने रेलपथों के किनारे वृक्षों की छटाई और झाडि़यों व घास-फूस को हटाने के कार्यों का जायजा लिया ।
श्री गंगल ने रेल परिचालन में मानवीय भूलों को न्यूनतम करने पर बल दिया। उन्होंने कहा कि रेल पटरियों की दरारों और रेल वैल्डों की गहन निगरानी की जानी चाहिए और कोई त्रुटि नहीं छूटनी चाहिए।
फ्रेट बिजनेस डेवलपमेंट पर बात करते हुए महाप्रबंधक ने बिजनेस डेवलपमेंट यूनिटों को रेल उपयोगकर्ताओं के बीच विश्वास और सहयोग का वातावरण बनाने के निर्देश दिए। उन्होंने यह भी कहा कि रेलवे द्वारा दी जाने वाली रियायतें उसके सभी ग्राहकों तक पहुंचनी चाहिए। उन्होंने बताया कि खाद्यान्न और अन्य मदों के लदान में प्रत्येक माह के साथ वृद्धि बनी हुई है।