नई दिल्ली :- वित्तीय वर्ष 2022-23 में 365.37 करोड़ रुपये मूल्य की सर्वाधिक बिक्री कर समस्त क्षेत्रिय रेलों/ उपक्रमों पर प्रथम स्थान हासिल किया।
यह पिछले वर्ष के अनुपातिक लक्ष्य 283 करोड़ रुपये से 29.11% अधिक
उत्तर रेलवे के महाप्रबंधक श्री आशुतोष गंगल ने बताया कि उत्तर रेलवे ने दिनांक 30 नवंबर, 2022 को एक दिन में अब तक की सर्वाधिक स्क्रैप बिक्री मूल्य 30.92 करोड़ रुपये कर एक नया कीर्तिमान स्थापित किया है। वित्तीय वर्ष 2022-23 में 365.37 करोड़ रुपये मूल्य की स्क्रैप बिक्री कर उत्तर रेलवे ने आनुपातिक लक्ष्य 283 करोड़ से 29.11% अधिक आय अर्जित कर समस्त क्षेत्रिय रेलों/ उपक्रमों पर प्रथम स्थान हसिल किया है। उत्तर रेलवे, अन्य क्षेत्रीय रेलों और उत्पादन इकाइयों की तुलना में काफी आगे है।
स्क्रैप निपटान एक महत्वपूर्ण गतिविधि है। स्क्रैप से राजस्व अर्जित करने के अलावा इससे परिसर को साफ सुथरा बनाए रखने में भी मदद मिलने के अलावा रेलवे लाइनों के पास से रेल के टुकड़े, स्लीपर, टाई बार आदि जैसे स्क्रैप को हटाने के पश्चात संभावित जोख़िम कम होकर संरक्षा भी बेहतर होती है।
उत्तर रेलवे ने समय अवधि पूर्ण कर चुकी संरचनाओं जैसे कि स्टाफ क्वार्टर, केबिन, शेड, पानी की टंकी आदि को मिशन मोड में हटाने का कार्य किया । इससे न केवल राजस्व उत्पन्न करने में मदद मिली बल्कि इसके परिणामस्वरूप बेहतर उपयोग के लिए मूल्यवान स्थान भी उपलब्ध हो गया और अवांछित तत्वो द्वारा इसके संभावित दुरुपयोग से बचा जा सका। स्क्रैप का त्वरित निपटान, हमेशा प्राथमिकता रही है तथा इसकी उच्चतर स्तर पर निगरानी की जाती है। स्क्रैप पीएससी स्लीपर जो कि उत्तर रेलवे में बड़ी मात्रा में जमा हो गए थे के निपटान से राजस्व मिलने के अलावा इससे अन्य गतिविधियों के लिए भी रेलवे को बहुमूल्य स्थान उपलब्ध हो गया।
उत्तर रेलवे जीरो स्क्रैप स्थिति हासिल करने के लिए ‘मिशन मोड’ में कार्यरत है तथा इस वित्तीय वर्ष में अब तक का सर्वाधिक स्क्रैप बिक्री रिकॉर्ड स्थापित करने की ओर अग्रसर है।