जिलाधिकारी की अध्यक्षता में मोहनलालगंज तहसील में सम्पूर्ण समाधान दिवस का आयोजन
• जनपद की पांचो तहसीलों में सम्पूर्ण समाधान दिवस में कुल 680 प्रकरण प्राप्त हुए, 56 प्रकरणों का निस्तारण मौके पर किया गया • तहसील मोहनलालगंज में ज़िलाधिकारी द्वारा किया गया मौके पर 47 प्रकरणों निस्तारण
उत्तर प्रदेश – जिलाधिकारी सूर्य पाल गंगवार ने बताया कि जनपद की पांचों तहसीलों में सम्पूर्ण समाधान दिवस आयोजित किये गये । जिलाधिकारी ने कहा कि जनसामान्य की शिकायतों का स्थानीय स्तर पर समाधान किया जाना सरकार की प्राथमिकता है जिसके क्रम में तहसील व थानों में सम्पूर्ण समाधान दिवस का आयोजन किया जाता है। इसमें स्थानीय नागरिक उपस्थित होकर अपनी समस्याओं का समाधान करा सकते है।
जिलाधिकारी ने कहा कि सभी अधिकारी जनता की इन शिकायतों का निस्तारण त्वरित एवं समयबद्ध तरीके से एक सप्ताह में करना सुनिश्चित करें। उन्होने कहा कि शिकायतों के निस्तारण में यदि कोई समस्या है तो उसका कारण स्पष्ट करते हुए अवगत कराना सुनिश्चित किया जाये।
उन्होंने कहा कि सम्पूर्ण समाधान दिवस में प्राप्त शिकायतों का वरिष्ठ अधिकारी मौके पर जाकर जांच कर गुणवत्तापूर्वक निस्तारण करायें और यदि संज्ञान में आया कि निस्तारण की गुणवत्ता से शिकायत कर्ता संतुष्ट नही है या निस्तारण में लापरवाही बरती गयी है तो सम्बन्धित के विरूद्ध दण्डात्मक कार्यवाही की जायेगी।
सूर्य पाल गंगवार ने बताया कि तहसील मोहनलालगंज में आयोजित सम्पूर्ण समाधान दिवस में कुल 298 प्रकरण प्राप्त हुये, जिसमें से 47 प्रकरणों का निस्तारण मौके पर ही कर दिया गया। शेष प्रकरणों को निस्तारण हेतु सम्बन्धित विभागों को इस निर्देश के साथ उपलब्ध करा दिये गये कि उनका निस्तारण एक सप्ताह में सुनिश्चित करा दिया जायें। ज़िलाधिकारी ने बताया कि अतरौली ग्राम अंतर्गत हुलास खेड़ा मार्ग जोकि पिछले 8 माह से निर्माणाधीन है, जिसके सम्बन्ध में शिकायत प्राप्त हुई के ठेकेदार द्वारा 8 माह से रोड पर गिट्टी आदि डाल दी है परंतु रोड का निर्माण नही किया है। जिससे यातायात आवागमन में बड़ी कठिनाई हो रही है। जिसके लिए ज़िलाधिकारी द्वारा अधिशासी अभियंता जवाहर रोज़गार ग्रामीण सड़क योजना को कड़ी फटकार लगाते हुए ठेकेदार के विरुद्ध FIR दर्ज कराने और एक सप्ताह के अंदर रोड बनवाने के निर्देश दिए गए।
उन्होंने बताया कि आज के सम्पूर्ण समाधान दिवसो में तहसील सदर में 52 में से 02 प्रकरण का निस्तारण प्रकरण, तहसील मलिहाबाद में 118 में से 04 प्रकरण का निस्तारण, तहसील बी0के0टी0 में 124 में से 03 प्रकरण का निस्तारण, तहसील मोहनलालगंज में 298 में से 47 प्रकरण का निस्तारण तथा तहसील सरोजनीनगर में 88 में से 00 प्रकरण का निस्तारण मौके पर किया गया। शेष प्रकरणों को समयबद्ध निस्तारण हेतु सम्बन्धित विभागों को उपलब्ध करा दिये गये। आज के सम्पूर्ण समाधान दिवस में पुलिस 94, राजस्व एवं पुलिस संयुक्त 09, राजस्व 417, विकास 54, शिक्षा 01, समाज कल्याण 14, नगर निगम 03 तथा अन्य 88 प्रार्थना पत्र प्राप्त हुए है।
तहसील दिवस के पश्चात ज़िलाधिकारी द्वारा समस्त ज़िला स्तरीय अधिकारियों, कानूनगो और लेखपालो के साथ समीक्षा बैठक आहूत की गई। समाधान दिवस में ज़िलाधिकारी द्वारा बताया गया कि जितनी भी शिकायतें प्राप्त हुए है उसमें से मुख्यतः राजस्व विभाग से सम्बंधित है। जिसके लिए ज़िलाधिकारी द्वारा लेखपालो और राजस्व निरीक्षकों को अपनी कार्यप्रणाली में सुधार करने को कहा। उन्होंने बताया कि राजस्व संहिता के प्रवधानों का गहनता से ज्ञान होना अत्यंत ही आवश्यक है। ज़िलाधिकारी द्वारा कड़े निर्देश दिए गए कि पैमाईश के लिए उपजिलाधिकारी न्यायालय के आदेश के बिना कोई भी पैमाईश नही की जाएगी। साथ ही न्यायालय में वाद दाखिल होते ही फाइल न्यायालय से बाहर नही जानी चाहिए। न्यायालय के सभी प्रकरण न्यायालय से ही संचालित किए जाएंगे।
ज़िलाधिकारी ने बताया कि पैमाईश के लिए प्रारम्भिक आदेश भी न्यायालय से जारी किए जाएंगे। सभी अधिकारी विधिक प्रक्रियाओ के अनुपालन करते हुए ससमय प्रकरणों का निस्तारण करना सुनिश्चित कराएंगे। ज़िलाधिकारी द्वारा निर्देश दिया गया कि सरकारी भूमियो को सिर्फ अतिक्रमण मुक्त नही कराना है बल्कि उनको अवमुक्त कराते हुए उनको जन उपयोगी भी बनाना है। समस्त खेल के मैदानों, चारागाह व गोचर में दर्ज भूमियो को अतिक्रमण मुक्त कराते हुए उनको जन उपयोगी बनाया जाए। ज़िलाधिकारी द्वारा कड़े निर्देश दिए गए कि समाधान दिवस में प्राप्त शिकायतों का निस्तारण करके शिकायतकर्ताओं को अवगत कराया जाए। जो प्रकरण मौके पर निस्तारित होने वाले है उनका गुणवत्तापूर्ण निस्तारण मौके पर सुनिश्चित कराया जाए और जिन प्रकरणों में फील्ड विजिट की आवश्यकता है उनका निस्तारण निर्धारित समय सीमा के अंतर्गत सुनिश्चित कराया जाए। उन्होंने कहा कि गलत कार्य करने वालो और निस्तारण में शिथिलता बरतने वालो के विरुद्ध कड़ी कार्यवाही की जाएगी।
ज़िलाधिकारी ने बताया कि वरासत, नामांतरण व पैमाइश के प्रकरणों का निस्तारण प्राथमिकता पर किया जाए। उन्होंने कहा कि पैमाईश से सम्बंधित जितने भी वाद आज के समाधान दिवस में आए है उन सब को आज ही दाखिल कराकर प्रारंभिक (preliminary) आदेश जारी किया जाए। जिसके बाद आपत्तियां प्राप्त की जाए। आपत्तियों के निस्तारण के बाद अधिकतम 3 माह के भीतर पक्की पैमाइश करना सुनिश्चित किया जाए।
उक्त के पश्चात ज़िलाधिकारी द्वारा बताया गया कि आज दिनाक 16 जुलाई से जल संरक्षण सप्ताह की शुरुआत की जा रही है। जिसके लिए ज़िलाधिकारी द्वारा समाधान दिवस में उपस्थिति सभी अधिकारियों व कर्मचारियों को जल संरक्षण की शपथ भी दिलाई गई।
इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी रिया केजरीवाल, उप जिलाधिकारी मलिहाबाद हनुमान प्रसाद, तहसीलदार मोहनलालगंज, परियोजना निदेशक ग्राम्य विकास, पुलिस, समाज कल्याण सहित विभिन्न स्तरों के अधिकारी/कर्मचारीगण उपस्थित रहे।