रेलवे मंत्री अश्विनी वैष्णव ने की किया 19 अधिकारियों को बर्खास्त
रेलवे ने 19 अधिकारियों को जबरन रिटायर किया इनमें से दस अधिकारी जॉइंट सेक्रेटरी लेवल के हैं
उत्तर प्रदेश – श्री अश्विनी वैष्णव के रेल मंत्री के रूप में कार्यभार ग्रहण के बाद से लेकर आज तक 77 अधिकारियों द्वारा वीआरएस ( स्वैच्छिक सेवानिवृति) लिया गया है।
अश्विनी वैष्णव को पिछले साल जुलाई में रेल मंत्री बनाया गया था। उनका अधिकारियों का साफ कहना है कि कि काम करो या घर बैठो। उनके अब तक का कार्यकाल में 96 अधिकारियों को जबरन रिटायर किया जा चुका है। आगे भी ऐसे अधिकारियों की पहचान की जा रही है जो अपना काम ठीक ढंग से नहीं कर रहे हैं।
आज सरकारी सेवकों की आवधिक समीक्षा के तहत केंद्रीय सिविल सेवा (सीसीएस) पेंशन अधिनियम, 1972 की धारा 56 (जे)/(आई), नियम 48 के अंतर्गत 19 अधिकारियों को बर्खास्त कर दिया गया है।
इस नियम के तहत किसी सरकारी कर्मचारी को न्यूनतम तीन महीने का नोटिस देकर या इस अवधि का वेतन देकर रिटायर किया जा सकता है।
जिन 19 अधिकारियों को रिटायर किया गया है उनमें इलेक्ट्रिकल एवं सिग्नल सेवाओं के चार-चार अधिकारी, मेडिकल एवं सिविल से तीन-तीन अधिकारी, कार्मिक से दो, स्टोर, यातायात एवं मेकेनिकल से एक-एक अधिकारी शामिल हैं। ये अधिकारी रेलवे के उपक्रमों जैसे पश्चिम रेलवे, मध्य रेलवे, पूर्व रेलवे, उत्तर मध्य रेलवे, उत्तर रेलवे, सैंडकोच फैक्टरी कपूरथला, माडर्न कोच फैक्टरी, रायबरेली आदि से हैं।
19 अधिकारियों की सेवा समाप्त
सेवा-वार
आईआरएसएमई(1), आईआरपीएस (2), आईआरएचएस (3), आईआरएसईई (4), आईआरटीएस (1), आईआरएसई (3), आरईआरएसएसई (5)
जोन वार
म.रे. (3), उ.म.रे. (2), पू.सी.रे. (2), अन्य शेष आईआरआईसीईएन, द.प.रे., पश्चिम रेलवे, द.म.रे., पू.रे., एमसीएफ, सीओआरई, सीएलडब्ल्यू, उ.रे., आरडीएसओ, ईसीआर, एनएआईआर में प्रत्येक में एक-एक ।
ग्रेडवार
एसएजी और उससे ऊपर 9
जेएजी़ प्लस एसजी 10