रेलमंत्री ने उत्तर रेलवे द्वारा एलपीजी गैस आधारित पेंट्रीकार को लपटरहित इलैक्ट्रिक डिजाइन में बदले गए प्रोटोटाइप का निरीक्षण किया
नई दिल्ली :- देश द्वारा सौ करोड़ कोरोना टीकाकरण के लक्ष्य को हासिल करने के मौके पर माननीय रेलमंत्री, अश्विनी वैष्णव ने उत्तर रेलवे केंद्रीय अस्पताल का दौरा किया । इस अवसर पर उत्तर रेलवे के महाप्रबंधक, श्री आशुतोष गंगल और दिल्ली मण्डल के मंडल रेल प्रबंधक, श्री डिम्पी गर्ग भी उपस्थित थे । माननीय रेलमंत्री के अस्पताल पहुँचने पर वहां की प्रबंधक निदेशक, डॉ. अमिता जैन तथा अस्पताल के अन्य डॉक्टरों ने उनका स्वागत किया । चिकित्सा केंद्रों पर रेल कर्मचारियों, उनके आश्रितों एवं अन्य लोगों को नियमित रूप से टीके लगाए जा रहे हैं ।
उत्तर रेलवे ने परम्परागत आईसीएफ डिब्बों के डिजाइन को आधुनिक एवं प्रभावी बनाने के अपने प्रयास जारी रखे हैं । इस संबंध में लखनऊ स्थित आलमबाग कारखाने में एक एलपीजी गैस आधारित पेंट्री कार को लपटरहित इलैक्ट्रिक डिजाइन में बदला गया है । ये डिब्बे सुरक्षित, बेहतर और पर्यावरण अनुकूल हैं। इनसे खतरनाक एवं प्रदूषणकारी जीवाश्म ईंधन (एलजीपी गैस) के इस्तेमाल को भी समाप्त कर दिया गया है ।
माननीय रेलमंत्री ने परिवर्तित किए गए पेंट्री कार के प्रोटोटाइप का नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर निरीक्षण किया । उनके साथ रेलवे बोर्ड के सदस्य, कर्षण एवं चल स्टॉक, श्री राहुल जैन, उत्तर रेलवे के महाप्रबंधक, श्री आशुतोष गंगल, प्रमुख मुख्य यांत्रिक इंजीनियर, श्री डी.सी.शर्मा, दिल्ली मंडल के मंडल रेल प्रबंधक, श्री डिम्पी गर्ग तथा रेलवे बोर्ड एवं उत्तर रेलवे के अनेक वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित थे ।
इस नए प्रोटोटाइप में
पेंट्री कार के इस नए प्रोटोटाइप में एलएचबी पेंट्री के मानकों के अनुरूप इंडक्शन उपकरण, धुंआ एवं अग्निरोधन प्रणाली लगाई गयी है । इसके अंडरफ्रेम को अतिरिक्त भार वहन करने की दृष्टि से मजबूत किया गया है । विद्युत संरक्षा बचाव के सभी उपकरणों को आरडीएसओ के मानकों के अनुरूप रखा गया है। कोच के अंदर एलईडी लाइटें लगाई गयी हैं ।
ज़ोनल रेलवे द्वारा अपनी परिसम्पत्तियों के उपयोग से प्रणाली को आधुनिक और बेहतर बनाने के लिए किए गए प्रयासों की सराहना करते हुए मंत्री जी ने कहा कि ऐसे और भी कोच तैयार किए जाने चाहिए और उन्हें अधिकाधिक उपयोग के लिए नया रूप दिया जाना चाहिए ।