नई दिल्ली। कोरोना वायरस के खिलाफ टीकाकरण के महाभियान के पहले ही दिन सोमवार को नया रिकार्ड बना। शाम सात बजे तक देश में वैक्सीन की करीब 83 लाख डोज लगाई गईं, जो रविवार के 36 लाख डोज से दोगुना से भी ज्यादा है। इससे पहले एक अप्रैल को 48 लाख से ज्यादा डोज लगाई थीं। वैक्सीन की बढ़ी हुई उपलब्धता को देखते हुए टीकाकरण में आगे भी तेजी जारी रहने की उम्मीद है। सरकार ने रोजाना एक करोड़ डोज देने का लक्ष्य रखा है। उम्मीद की जा रही है कि जुलाई के अंत तक भारत लगभग 50 करोड़ डोज लगा चुका होगा।
पीएम नरेंद्र मोदी ने बधाई देते हुए कहा कि आज रिकार्ड तोड़ टीकाकरण संख्या खुश करने वाली है। कोविड-19 से लड़ने के लिए वैक्सीन हमारा सबसे मजबूत हथियार बनी है। उन सभी को बधाई, जिन्होंने टीका लगवाया और सभी फ्रंटलाइन वैरियर्स को भी बधाई जिन्होंने यह सुनिश्चित किया कि इतने सारे लोगों को टीका मिल सके। वेलडन इंडिया!
केंद्रीकृत प्रयास का दिखा असर
सोमवार को टीकाकरण में केंद्रीकृत प्रयास का असर दिखा। देश में एक मई से विकेंद्रीकृत टीकाकरण प्रणाली शुरू हुई थी। इसमें राज्यों को खुद से वैक्सीन खरीद कर 18-44 वर्ष आयुवर्ग के लोगों का टीकाकरण करने की छूट दी गई थी। परंतु, इससे टीकाकरण की गति बढ़ने की बजाय धीमी हो गई। इसको देखते हुए सात जून को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने टीकाकरण को केंद्रीकृत करते हुए 21 जून से 18 साल से अधिक उम्र के सभी लोगों को मुफ्त टीका लगाने का एलान किया था। इसके तहत केंद्र सरकार देश में उत्पादित होने वाली 75 फीसद वैक्सीन खरीद रही है और राज्यों को मुफ्त दे रही है, जबकि निजी क्षेत्र का 25 फीसद वैक्सीन का कोटा बरकरार रखा गया है।
योग दिवस पर शुरू हुए अभियान में 18 पार के सभी लोगों को लगाया जा रहा मुफ्त टीका
स्वास्थ्य मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि आगे भी टीकाकरण कमोवेश इसी तरह से जारी रहेगी। उनके अनुसार 31 जुलाई तक वैक्सीन की लगभग 54 करोड़ डोज की आपूर्ति होनी है और अभी तक 31 करोड़ डोज की ही आपूर्ति हो पाई है। इसमें से 28 करोड़ से ज्यादा डोज का इस्तेमाल हो चुका है। जाहिर है कि अगले 40 दिनों के लिए लगभग 24 करोड़ डोज यानी प्रतिदिन औसतन 60 लाख डोज उपलब्ध होंगी।
अगस्त से वैक्सीन की आपूर्ति बढ़ने के बाद इसमें और भी इजाफा होगा। राजग शासित राज्य रहे आगेटीकाकरण में भाजपा और राजग शासित राज्य आगे रहे। सोमवार के टीकाकरण में इनका योगदान 70 फीसद रहा। जबकि, गैर राजग शासित राज्यों में सिर्फ 30 फीसद ही टीके लगाए जा सके। दिल्ली में तो आंकड़ा एक लाख तक भी नहीं पहुंच पाया।
टीकाकरण में शीर्ष 10 राज्य
राज्य कुल टीके (लाख में)
मध्य प्रदेश – 15.98
कर्नाटक – 10.86
उत्तर प्रदेश – 6.89
गुजरात – 5.05
बिहार – 4.88
हरियाणा – 4.80
राजस्थान – 4.35
महाराष्ट्र – 3.80
तमिलनाडु – 3.41
असम – 3.38 (सोमवार रात 9:00 बजे तक के आंकड़े)
बड़े नेता टीका केंद्र पर रहे मौजूद
टीकाकरण के इस अभियान के लिए राज्य सरकारों ने बड़े पैमाने पर तैयारी की थी। केंद्र और सत्तारूढ़ भाजपा की ओर से भी पूरी तैयारी की गई थी। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा समेत कई मंत्री और पार्टी पदाधिकारी अलग-अलग टीका केंद्रों पर मौजूद थे।