रायबरेली। ऊंचाहार के गोकना गांव स्थित चांदी बाबा मंदिर से राधा, कृष्ण और लक्ष्मी जी की मूर्तियां चोरी हो गईं। ये मूर्तियां अष्टधातु की बताई जा रही हैं, जिनकी कीमत करोड़ों में है। गंगा नदी के किनारे चांदी बाबा नामक प्राचीन मंदिर है। इसकी देखरेख महंत हरिशंकर करते हैं। मंदिर आसपास के क्षेत्रों के लोगों की आस्था का प्रतीक है, जहां लोग प्रतिदिन पूजन और दर्शन करने के लिए आते हैं। मंगलवार की भोर महंत गंगा स्नान के बाद मंदिर में पूजा करने गए तो मूर्तियों को ना देखकर दंग रह गए। यह खबर थोड़ी देर में पूरे गांव व आसपास के क्षेत्रों में पहुंच गई। देखते ही देखते श्रद्धालुओं का जमावड़ा लग गया। महंत ने इसकी सूचना कोतवाली पुलिस को दी। पुलिस के साथ-साथ फॉरेंसिक टीम भी मौके पर पहुंची और घटना की जांच में जुटी है।
महंत हरिशंकर ने बताया कि इससे पूर्व सन 1968 में इन्हीं अष्टधातु की मूर्तियों को चोरी किया गया था। पुलिस ने मूर्तियों को बरामद कर लिया था, जिन्हें मंदिर में स्थापित किया गया था। उसके बाद वर्ष 2006 में गंगा पार के कुछ चोरों द्वारा दोबारा घटना को अंजाम दिया गया। एक माह के भीतर ही पुलिस ने दोबारा भी मूर्तियों को बरामद कर स्थापना कराई गई थी। बताया गया कि बीती रात चोरों द्वारा पहले मंदिर की दीवार में नकब लगाने का प्रयास किया गया, सफलता ना मिलने पर मंदिर दीवार पर चढ़कर अंदर प्रवेश कर गए। सीमेंट की जाली को तोड़कर मंदिर में प्रवेश किया। पुजारी का कहना है कि मूर्तियां अष्टधातु निर्मित हैं, जिनकी कीमत करोड़ों रुपये बताई जा रही है।
क्षेत्रीय लोगों में इस घटना को लेकर आक्रोश व्याप्त है। सीके शुक्ल, जितेंद्र द्विवेदी, रामकृपाल, रामराज, राजेश कुमार, छेदीलाल, मानसिंह, राम मनोहर आदि का कहना है कि करोड़ों की कीमत की मूर्तियां मंदिर में थीं। कई बार चोरों ने मूर्तियों को चोरी किया। सुरक्षा के कोई इंतजाम ना होने के कारण फिर घटना हो गई। कोतवाल विनोद कुमार सिंह ने बताया कि पुजारी द्वारा मंदिर में मूर्तियों की चोरी का प्रार्थना पत्र दिया गया है, जांच की जा रही है। जल्द ही घटना का राजफाश किया जाएगा।
Sign in
Sign in
Recover your password.
A password will be e-mailed to you.