नई दिल्ली:- संसद के मानसून सेशन का तीसरा हफ्ता भी अब तक काफी हंगामेदार रहा है। पेगासस जासूसी कांड और नए कृषि कानून को लेकर विपक्ष लगातार केंद्र सरकार पर हमला बोल रही है। बुधवार को भी जासूसी कांड पर दोनों सदनों में हंगामा जारी है। विपक्ष के हंगामे और नारेबाजी के चलते लोकसभा की कार्यवाही 3:30 बजे तक रोक दी गई हैं । वहीं दूसरी तरफ़ , विपक्ष के हंगामे के बीच बहस के बाद राज्यसभा में लिमिटेड लिबर्टी पार्टनरशिप (अमेंडमेंट), 2021 बिल पास हुआ।
राज्यसभा के सभापति एम वेंकैया नायडू ने तृणमूल कांग्रेस (TMC) के 6 सांसदों को आज दिन भर के लिए सस्पेंड कर दिया। इनमें डोला सेन, नदीमुल हक, अर्पिता घोष, मौसम नूर, शांता छेत्री और अबीर रंजन बिस्वास शामिल हैं। सदन में तख्तियां दिखाने और हंगामा करने को लेकर यह कार्रवाई हुई है।
संसद के बाहर कांग्रेस और SAD में जुबानी जंग
कृषि कानून को लेकर कांग्रेस और शिरोमणि अकाली दल के बीच संसद के बाहर जुबानी जंग देखने को मिली। कांग्रेस सांसद रवनीत सिंह बिट्टू ने कहा कि जिस समय सरकार कृषि कानून संसद में पास करा रही थी, उस वक्त SAD सरकार के साथ ही थी। उसके किसी भी नेता ने केंद्र सरकार के बिल पर ऐतराज नहीं किया था। संसद में जब बिल पास हो गया तब किसानों का साथ देने के लिए शिरोमणि अकाली दल के नेताओं ने घर जाकर इस्तीफा दिया। ये लोग रोज ड्रामा करते हैं, जबकि इन लोगों के कैबिनेट में रहते हुए बिल पास हुआ।
इस पर केंद्रीय मंत्री हरसिमरत कौर बादल ने कहा कि जब बिल संसद में पास हो रहा था तो कांग्रेस ने बिल के समय वॉकआउट क्यों किया था? जब संसद में बिल पास हो रहा था, उस समय राहुल गांधी कहां पर थे? उस समय वो किसानों की आवाज बनकर संसद में क्यों नहीं आए। राहुल और सोनिया गांधी ने बिल के विरोध में संसद में अपनी बात क्यों नहीं रखी।