लखनऊ: प्रदेश के मुख्य सचिव श्री दुर्गा शंकर मिश्र ने ‘आज़ादी का अमृत महोत्सव’ के अन्तर्गत विभागों द्वारा चलाये जा रहे कार्यक्रमों की समीक्षा की। समीक्षा के दौरान उन्होंने विभागों द्वारा चलाये जा रहे सभी जन कल्याणकारी कार्यों व योजनाओं को ‘आज़ादी के अमृत महोत्सव’ से जोड़ने के निर्देश दिए।
उन्होंने कहा कि ‘आज़ादी का अमृत महोत्सव’ एक विभाग या सरकार का कार्यक्रम नहीं है, यह जन जन का कार्यक्रम है। जन सहभागिता और जन जनजागरण को बढ़ाने के लिए गृह, चिकित्सा, शिक्षा, पर्यटन, ग्राम विकास, नगर विकास, समाज कल्याण, पर्यावरण, युवा कल्याण खेल, महिला विकास, एमएसएमई, भाषा आदि विभाग स्वयं अपने स्तर से क्या अनूठा कार्यक्रम कर सकते हैं इसका प्लान तैयार करें। सभी विभाग 15 अगस्त, 2022 तक की कार्ययोजना का कैलेंडर तैयार करें। उस कैलेंडर के अनुरूप चरणबद्ध तरीके से लोक कल्याण के कार्यों के साथ आज़ादी के महापुरुषों के प्रेरणा स्थलों व महत्वपूर्ण दिवसों को जोड़ें।
मुख्य सचिव ने कहा कि प्रदेश में बहुत सी ऐसे जगह हैं जहां देश के बड़े क्रांतिकारियों, आन्दोलकारियों ने जन्म लिया, आज़ादी के आंदोलन के दौरान वहां जनसभाएं की या वहां से उनका कोई खास जुड़ाव रहा है। आज की युवा पीढ़ी को ऐसे महत्वपूर्ण स्थलों के साथ स्थानीय स्तर पर गुमनाम शहीदों से जुड़े अनसुने स्थलों का भी भ्रमण कराया जाए।
जहां भी स्मार्ट क्लास की व्यवस्था हो वहां पर युवा पीढ़ी को आज़ादी के नायकों से जुड़ी ऐतिहासिक फिल्मों, डॉक्युमेंट्री दिखाई जाए।
बैठक में अपर मुख्य सचिव गृह श्री अवनीश कुमार अवस्थी, अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य श्री अमित मोहन प्रसाद, अपर मुख्य सचिव माध्यमिक शिक्षा श्रीमती आराधना शुक्ला, अपर मुख्य सचिव उच्च शिक्षा श्रीमती मोनिका एस0 गर्ग, प्रमुख सचिव पर्यटन एवं संस्कृति श्री मुकेश मेश्राम सहित सम्बन्धित विभागों के वरिष्ठ अधिकारीगण आदि उपस्थित थे।