पर्यावरण मंत्री ने संसद में कही ये बात
सुप्रीम कोर्ट ने 2018 में एक आदेश दिया था की दिल्लीएनसीआर 10 साल से पुरानी डीजल और 15 साल पेट्रोल वाली गाड़ियां अब ने नही चलेगी , हालही में दिल्ली सरकार ने इसमें कुछ बदलाव लाए हैं अब दिल्ली एनसीआर में 20 साल पुरानी 36 लाख गाडियां बंद की जाएंगी।
सबसे ज्यादा पुराने वाहन कर्नाटक में
देश की सड़कों से पुरानी गाडियां हटाने के लिए केन्द्र सरकार लगातार कोशिश कर रही है. लेकिन देशभर में अभी भी 2 करोड़ से ज्यादा पुराने वाहन सड़कों पर दौड़ रही हैं। पर्यावरण राज्य मंत्री अश्विनी चौबे ने लोकसभा को इस बारे में जानकारी दी है. सबसे ज्यादा पुरानी गाडियां कर्नाटक में हैं। पर्यावरण मंत्री अश्वनी चौबे ने जानकारी देते हुए बताया की देश में 20 साल से पुरानी 39.48 लाख गाड़िया कर्नाटक राज्य में हैं , इसके बाद दूसरे नंबर पे दिल्ली हैं जहा 36 लाख से ज्यादा पुरानी गाडियां मौजुद हैं।चौबे ने कहा कि पुरानी गाडियों की संख्या के मामले में उत्तर प्रदेश और केरल भी सबसे आगे हैं ,उत्तर प्रदेश में 20 साल से ज्यादा पुरानी 26.20 लाख, केरल में 20.67 लाख, तमिलनाडु में 15.99 लाख और पंजाब में 15.32 लाख गाड़ियां हैं.
देशभर में 2.14 करोड़ पुरानी गाड़ियां
इस तरह देखा जाए तो देश में पुरे 2.14 करोड़ ऐसी गाड़िया हैं जो को 20 साल पुरानी हैं उन्होंने बताया कि इसमें आंध्र प्रदेश, मध्य प्रदेश, तेलंगाना और लक्षद्वीप के आंकड़े शामिल नहीं हैं, क्योंकि ये राज्य केन्द्रीय ‘वाहन’ पोर्टल पर नहीं हैं.
सरकार बंद करना चाहती है पुरानी गाडियां
केंद्र सरकार पुरानी गाड़िया को हटाना चाहती हैं क्योंकि देश में पॉल्यूशन बहुत बढ़ता नजर आराहा हैं और ये गंदगी k साथ साथ गाड़ियों के धुवे से पॉल्यूशन नजर आता हैं राज्य सरकार का मकसद पुराने वाहनों से ज्यादा होने वाले वायु प्रदूषण को कम करना है. साथ-साथ देश की इकोनॉमी को रफ्तार देना भी है.