गोरखपुर| चार दिन से हड़ताल कर रहे एंबुलेंस कर्मियों से प्रशासन ने चाबी जमा करा ली। इससे नाराज एंबुलेंस कर्मी आंदोलन और तेज करने के लिए लखनऊ रवाना हो गए। सोमवार से उनका आंदोलन सहजनवां के मुरारी इंटर कालेज में चल रहा था।
हड़ताल के कारण बढ़ गई थीं मरीजों की दिक्कतें
एंबुलेंस कर्मियों की हड़ताल के चलते मरीजों की दिक्कतें बढ़ गई थीं। गंभीर मरीजों को अस्पताल पहुंचने में परेशानी हो रही थी। लोग निजी एंबुलेंस या आटो का सहारा ले रहे थे। इसे देखते हुए जिला प्रशासन ने पहले आंदोलन कर रहे एंबुलेंसकर्मियों से बात की। जब वे नहीं माने तो उनसे एंबुलेंस की चाबी जमा करा ली गई। कर्मियों के प्रतिनिधिमंडल ने डीएम विजय किरण आनंद से मुलाकात की लेकिन बात नहीं बन सकी। शाम को एसडीएम सुरेश राय, एसीएमओ डा.नंद कुमार,एंबुलेंस प्रभारी अजय उपाध्याय, एसपी नार्थ मनोज अवस्थी, सीओ कैंपियरगंज अजय सिंह ने मुरारी इंटर कालेज पहुंचकर कर्मियों को मनाने का प्रयास किया लेकिन वे नहीं माने।
वैकल्पिक व्यवस्था की जाएगी एंबुलेंसकर्मियों की
एसडीएम सुरेश राय ने बताया कि 102 नंबर एंबुलेंस की 44, 108 नंबर की 46 व चार लाइफ सपोर्ट सिस्टम वाली एंबुलेंस की चाबी जमा करा ली गई है। एंबुलेंस कर्मियों की वैकल्पिक व्यवस्था की जाएगी। एंबुलेंस कर्मचारी संघ के जिलाध्यक्ष संजय यादव व उपाध्यक्ष पवन पांडेय ने कहा कि प्रशासन को एंबुलेंस की चाबी, सीयूजी नंबर के सिम व कागजात दे दिए गए हैं। अब हमारा धरना लखनऊ में शुरू होगा।
मनबढ़ों ने परिवार को पीटा
बेलीपार के चेरिया गांव में दीवार के बगल से बरसात का पानी बहने पर मनबढ़ों ने पूरे परिवार की पिटाई कर दी। स्थानीय लोगों की मदद से पुलिस घायलों को प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पिपरौली ले गई, जहां से जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया। देवीदीन यादव ने तहरीर में लिखा है कि कैलाश यादव के घर से बगल से बरसात का पानी बहता है। कैलाश व उनके घरवाले इसको लेकर गाली देने लगे। विरोध करने पर पिटाई कर दी। पत्नी व बेटी बचाने पहुंची तो उनके ऊपर भी हमला कर दिया। पुलिस आरोपितों की तलाश कर रही है।