उत्तर प्रदेश – सीएम योगी ने कहा कि वर्तमान में समय की सभ्यताओं में कोई 700, कोई 1400, कोई 2000, कोई 2700 साल पुरानी हैं। सनातन सभ्यता आदिकाल से है। भगवान श्रीकृष्ण जगत पिता हैं। अपनी लीलाओं से धर्म, सत्य और न्याय की स्थापना के लिए उनका आगमन आज से 5,000 साल पहले इस धरा धाम पर हुआ था। अरुणाचल प्रदेश, मणिपुर से लेकर गुजरात व महाराष्ट्र तक भगवान श्रीकृष्ण की लीलाएं किसी न किसी स्वरूप में बसी हुई हैं।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि ब्रज क्षेत्र में श्रद्धालु नंगे पैर, सिर पर गठरी लेकर आते हैं। उनकी किसी से कोई अपेक्षा नहीं होती। केवल एक इच्छा होती है कि भगवान को कुछ अर्पित कर, उनका दर्शन कर लें। उनका एक ही भाव होता है – ’त्वदीयं वस्तु गोविन्द तुभ्यमेव समर्पये’। श्रद्धालुओं का यही श्रद्धा भाव इस तीर्थ को तीर्थत्व प्रदान करता है। इसी भाव को आगे बढ़ाने के लिए आज यहां उ0प्र0 ब्रज तीर्थ विकास परिषद तथा मंगलम परिवार के संयुक्त तत्वावधान में अन्नपूर्णा भोजनालय प्रारम्भ हो रहा है। इसी का अभिनन्दन करने वे यहां आए हैं।
सीएम ने बलिया दिवस का किया जिक्र
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा आज बलिया बलिदान दिवस है। वर्ष 1942 मेंआज ही के दिन 50 हजार की भीड़ ने जेल का द्वार तोड़कर क्रांतिकारियों चित्तू पाण्डेय, राधा मोहन सिंह, कृपाशंकर आदि को छुड़ाकर बलिया को स्वतंत्र घोषित किया था। भारत वर्ष 1947 में आजाद हुआ था, लेकिन बलिया ने अपने को वर्ष 1942 में स्वतंत्र घोषित कर दिया था। उसके बाद अंग्रेजों ने वहां बहुत क्रूरता की, लेकिन बलिया कभी पीछे नहीं हटा। क्रांतिकारी भी भगवान श्रीकृष्ण से प्रेरित थे। आज हम जो भी करते हैं, उसके पीछे भगवान की ही वाणी, प्रेरणा, उपदेश – ’परित्राणाय साधूनाम् विनाशाय च दुष्कृताम्’ है।
मुख्यमंत्री जी ने कार्यक्रम के दौरान कॉफी टेबल बुक ‘रंगोत्सव-2022’ का विमोचन किया। उन्होंने इस अवसर पर आयोजित भगवान श्रीकृष्ण की लीलाओं पर आधारित सांस्कृतिक कार्यक्रमों का भी अवलोकन किया। उन्होंने कार्यक्रम स्थल के बाहर इलेक्ट्रिक बसों को हरी झंडी दिखाकर रवाना भी किया।