अंजी खड्ड रेल पुल का दौरा करने और उधमपुर-श्रीनगर-बारामूला रेल लिंक परियोजना की प्रगति की समीक्षा के दौरान, माननीय मंत्री ने भारतीय रेलवे को दुनिया की श्रेष्ठ रेलवे बनाने के लिए किए जाने वाली प्रयासों के लिए भारतीय रेल की सराहना की. भौगोलिक और जलवायु संबंधी चुनौतियों को पार करते हुए, रेलवे इंजीनियरों और अधिकारियों ने असंभव को संभव कर दिखाया है.
नई दिल्ली. केंद्रीय कपड़ा और रेल राज्य मंत्री दर्शना विक्रम जरदोश ने शुक्रवार को कश्मीर घाटी में भारतीय रेल द्वारा बनाए जा रहे देश के पहले केबल आधारित रेल पुल अंजी खड्ड का सर्वे किया. इस मौके पर मंत्री जी के साथ युएसबीआरएल के मुख्य प्रशासनिक अधिकारी एस.पी. माही, के आरसीएल के ईडी, आर.के.हेगड़े और उत्तर रेलवे के आरसीएल की टीम मौजूद रही. जरदोश के निरीक्षण के दौरान एस.पी.माही ने मंत्री दर्शना विक्रम जरदोश को परियोजना की स्थिति तथा अंजी खड्ड रेल पुल की विशेषताओं से अवगत कराया.
देश का पहला केबल आधारित रेल पुल, अंजी खड्ड ब्रिज, जम्मू एवं कश्मीर में उधमपुर-श्रीनगर-बारामूला रेल लिंक परियोजना के सबसे महत्वपूर्ण भागों में से एक है. यह एक सेंट्रल पायलन की धुरी पर संतुलित एक असममित केबल आधारित पुल है, जो विषम भौगोलिक परिस्थितियों वाले हिमालय के दुर्गम पहाड़ी इलाकों में बनाया जा रहा है. सभी तकनीकी बाधाओं के बावजूद 11 महीनों के रिकॉर्ड समय में 26 अप्रैल, 2023 को इस पुल की सभी 96 केबलों को उनकी सही स्थिति में लगाकर इतिहास रचा गया है.